वैसे तो बाला साहब ठाकरे कभी मुख्यमंत्री नहीं बनी पर 1995 से 99 तक जब शिवसेना और भाजपा की सरकार थी तो उसका पूरा कंट्रोल उन्हीं के हाथ में था।घटनाक्रम तेजी से बदलाव अरब कांग्रेश नेशनल कांग्रेस पार्टी और शिवसेना ने अपना मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी कर दी और अगर इस नाटक में कोई बदलाव नहीं होगा तो उद्धव ठाकरे होंगे|
महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री।फडणवीस ने जहां इस्तीफा दिया वहीं राज्यपाल ने सरकार बनाने के लिए गठबंधन को कहा और चुकी उद्धव ठाकरे कहीं से विधायक नहीं है इसलिए 6 महीने के भीतर ने विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य बनना होगा।
महाराष्ट्र की राजनीति में सबसे ज्यादा नुकसान अजित पवार का हुआ पलटी खाकर उप मुख्य मंत्री का पद ले लिया था पर अब सरकार बनने के बाद जैन पाटिल और बाला साहब दौरान डिप्टी सीएम बनेंगे।अगर अजित पवार एनसीपी में होते तो शायद उनके नाम की मुहर लग गई होती पर क्या करें कई बार महत्वाकांक्षा के चक्कर में नाम माया मिलती है ना राम।