चंदौली में गंगा का जलस्तर रविवार को वार्निंग लेबल को पार कर गया, प्रशासन अलर्ट

The water level of Ganga in Chandauli crossed the warning level on Sunday. This has created panic and anxiety among the people and farmers of the coastal areas.

Update: 2024-09-17 04:34 GMT

चंदौली में गंगा का जलस्तर रविवार को वार्निंग लेबल को पार कर गया था। इससे तटवर्तीय इलाकों के लोगों व किसानों में दहशत के साथ ही बेचैनी बढ़ने लगी है। गंगा का पानी घाट पर जाने वाले मार्ग से होते हुए गांव में घुस गया है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती क्षेत्रों के किसान व ग्रामीण बाढ़ की आशंका को लेकर सहमे हुए हैं। आज सुबह 06 बजे तक गंगा का जलस्तर 70.82 मीटर रिकॉर्ड किया गया जो चेतावनी विंदु 70.26 मीटर से 56 सेंटीमीटर ऊपर है।


 



समाचार दिये जाने तक गंगा का जलस्तर अब स्थिर हो गया है। यहां के दर्जनों गांवों में बाढ़ के पानी के आगोश में खेतों लगी सैकडों एकड़ फसलें जलमग्न हो गई हैं। बाढ़ प्रभावित पीड़ितों के समक्ष खाने से लेकर पशुओं के चारे की विकराल समस्या उत्पन्न हो गई है। इसके अलावा जगह-जगह पानी रुकने से संक्रमण रोगों का भी उत्पन्न हो गया है। साथ ही गंगा कटान के चलते किसानों का हजारों एकड़ उपजाऊ जमीन गंगा में समाहित हो गई है।


 



गंगा नदी के जल स्तर में तेजी से हो रहे बढ़ोत्तरी के दृष्टिगत जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे ने पुलिस अधीक्षक आदित्य लाँगहे और अधीनस्थ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कल शाम बाढ़ प्रभावित इलाकों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान वहां के ग्रामीणों से बातचीत कर जिलाधिकारी ने अधीनस्थों और ग्रामीणों को अलर्ट मोड पर रहने के लिए निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने कहा बाढ़ की समस्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने 15 बाढ़ राहत चौकियों (शरणालयों) की स्थापना की है, जिससे बाढ़ पीड़ितों को कोई परेशानी न हो। इसके साथ ही बाढ़ के बाद संक्रामक रोगों की बढ़ोतरी को देखते हुए भी स्वास्थ्य विभाग को भी निर्देशित किया गया है।


 



जनहानि न हो इसके लिए ग्राम निगरानी समितियों को सक्रिय कर दिया गया है। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में सभी उपजिलाधिकारी एवं तहसीलदारों को भी एलर्ट स्थिति में रहते हुए बाढ़ की लगातार मानीटरिंग करते रहने के लिए कहा है और जो लोग बाढ़ से प्रभावित होने वाले हैं, उन्हें पहले ही राहत शिविरों में व्यवस्थित करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने राहत शिविरों में पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में चारा की भी व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे में सकलडीहा तहसील के हसनपुर गांव में गंगा कटान को भी देखा। उन्होंने उप जिलाधिकारी को गंगा कटान का नदी के किनारे ड्रोन से सर्वे कराने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने कटान प्रभावित स्थानीय लोगों से वार्ता कर, उन्हें राहत शिविर में जाने की भी अपील की।

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