युनिस्को गुरुनानक देव के 550 वी जयंती पर गुरुवाणी को विश्व के प्रमुख भाषाओं में करेगा प्रकाशित
सिख धर्म के प्रवर्तक गुरुनानक देव की ५५० वी जयंती पर गुरु नानक देव की शिक्षाओ को वैश्विक स्तर तक फैलाने के उद्देश्य से यूनेस्को ने गुरुनानक देव से सम्बंधित ग्रंथो के संकलन को विश्व के सभी प्रमुख भाषाओ में अनुवाद कराया है , और इसे गुरु नानक देव के ५५० वी जयंती पर प्रकाशित करेगा, गुरु अंगद ने गुरुनानक देव के उपदेशो को गरूमुखी लिपि में संकलित किया था , गुरुनानक देव सामजिक विभाजन एव अंधविश्वास के कटु आलोचक थे तथा शांति एव समता मूलक समाज की वकालत किया करते थे, इस लिए गुरुनानक देव की शिक्षाए आज भी प्रासंगिक नजर आती है.