Aarti Bachpan Express:.....
राम मंदिर पर आने वाले फैसले से पहले ही संघ परिवार और भाजपा परिवार में मंथन का दौर चल पड़ा है दिल्ली में तीन दिवसीय बैठक की शुरुआत हुई है जिसमें आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत और अमित शाह शामिल हुए गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट से अगले महीने राम मंदिर पर फैसला आने वाला है इस मुद्दे को लेकर बुधवार को दिल्ली में तीन दिवसीय बैठक शुरू हो चुकी है इसी बीच आर एस एस ने ट्वीट करके कहा है की राम जन्म भूमि मंदिर निर्माण के मामले में सर्वोच्च न्यायालय का जो भी फैसला है उसे लोगों को खुले मन से से स्वीकार करना चाहिए और इस बीच देशभर में सौहार्दपूर्ण वातावरण बना रहे यह सब का दायित्व है|
बताते चलें कि दिल्ली के छतरपुर के ध्यान साधना केंद्र में चल रही बैठक में बुधवार को आर एस एस और भाजपा के शीर्ष नेताओं ने और पदाधिकारियों ने शिरकत किया । स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत वह सर कार्यवाह भैया जी जोशी की विशेष मौजूदगी रही वहीं गृह मंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पार्टी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष और कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल थे संघ के एक पदाधिकारी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले को लेकर यह आपातकालीन बैठक बुलाई गई है इसमें सभी संभावित फैसलों के साथ उसके विकल्पों पर भी विचार विमर्श किया जा रहा है बताया जा रहा है कि गुरुवार को गृहमंत्री भी शामिल हो सकते हैं |
गौरतलब है कि 17 नवंबर से पहले राम मंदिर निर्माण पर सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुना सकता है क्योंकि इस दिन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई सेना निवृत्त होने वाले हैं मामले की पूरी सुनवाई कर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है बताते चलें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राम मंदिर निर्माण मामले में वहां की जमीन को तीन हिस्सों में बांटने का निर्णय लिया था इस कारण से बाद में यह मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया था क्योंकि मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई का कार्यकाल 17 नवंबर को खत्म होने वाला है इस वजह से अयोध्या मामले के फैसले में अहम भूमिका निभाने वाले गोगोई अपना फैसला दे देना चाहते हैं ॥