मास्को के बाद जार्जिया के दौरे पर पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर, कही ये बात
मास्को में विदेश मंत्री एस जयशंकर की रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से लंबी द्विपक्षीय वार्ता हुई। इसमें परमाणु, अंतरिक्ष, ऊर्जा व रक्षा सहयोग के साथ ही मुक्त व्यापार समझौते व अफगानिस्तान में सहयोग जैसे व्यापक मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने पारंपरिक दोस्ताना रिश्तों की कसमें भी खाई और पीएम नरेंद्र मोदी व राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच इस साल होने वाली शिखर बैठक की तैयारियों की समीक्षा भी की। इसके बावजूद दोनों देशों के रिश्तों में कुछ ऐसा है, जिससे लग रहा है कि दोनों देश एक-दूसरे को कुछ संकेत भी दे रहे हैं।
जयशंकर ने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से मुलाकात के बाद संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि उनका मानना है कि यात्रा के लिए आधार जांच होना चाहिए। उन्होंने कहा, ''अंतरराष्ट्रीय यात्रा से पहले यदि लोगों ने जांच कराई है और आगमन पर जांच कराई है तो यह यात्रा के लिए पर्याप्त आधार है, लेकिन कुछ देशों ने अब टीकाकरण का मुद्दा पेश किया है। ''
बता दें कि मॉस्को की यात्रा समाप्त करने के बाद विदेश मंत्री दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा जार्जिया पहुंच गए हैं। यह किसी भी विदेश मंत्री की पहली जार्जिया यात्रा है। जयशंकर ने यहां एक समारोह के दौरान सेंट क्वीन केतेवन के पवित्र अवशेष जॉर्जिया के लोगों को सौंपे। इस यात्रा को अप्रैल 2021 में लावरोव की पाकिस्तान यात्रा से जोड़ कर देखा जा रहा है क्योंकि रूस और जार्जिया में वैसे ही रिश्ते हैं जैसा भारत और पाकिस्तान के बीच हैं। यह किसी भी भारतीय विदेश मंत्री की पहली जार्जिया यात्रा है। अब तक कोई भारतीय विदेश मंत्री जार्जिया के दौरे पर क्यों नहीं गया था।
अराधना मौर्या