अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद से ही तालिबान अपनी जड़े फिर से जमाने की कवायद शुरू कर चुका है. इस कड़ी में, तालिबान अपनी सरकार गठन कर रहा है. लेकिन इसमें सबसे बड़ा अचरज यह है कि, वो अफगान के सबसे खूंखार कैदी रहे मुल्ला अब्दुल कय्यूम को अपना रक्षा मंत्री बना दिया है. बता दें मुल्ला अब्दुल कय्यूम बीते 6 साल से अमेरिका की कैद में ग्वांतानामो बे जेल में बंद था.
मुल्ला अब्दुल कय्यूम जाकिर तालिबान का कमांडर रह चुका है. वो तालिबान का संस्थापक मुल्ला उमर का भी करीबी है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना ने मुल्ला अब्दुल को 2001 में गिरफ्तार कर लिया था. उसे 2007 तक ग्वांतनामो बे में रखा गया था. बाद में उसे अफगानिस्तान सरकार को सौंप दिया गया था. ग्वांटानामो खाड़ी अमेरिकी सेना की एक हाई सिक्योरिटी जेल है, जो क्यूबा में स्थित है. इस जेल में खूंखार और हाई प्रोफाइल आतंकियों को हिरासत में रखा जाता है. इससे पहले तालिबान ने अपने प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद को संस्कृति और सूचना मंत्री के तौर पर नियुक्त किया था. मुजाहिद वहीं हैं, जिन्होंने एक दिन पहले मीडिया को संबोधित करते हुए बताया था कि तालिबान की सरकार कैसी होगी.