अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता का ऐलान शुक्रवार को हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार की नमाज के बाद तालिबान सरकार बनाएगा। इस तरह सत्ता पर काबिज होने के दो हफ्ते बाद तालिबान देश में सरकार बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान को अपने नियंत्रण में ले लिया था। इस्लामिक आतंकवादी समूह ने अफगानिस्तान से अमेरिकी वापसी के बाद अपनी जीत में खुशी मनाई, दशकों के युद्ध के बाद देश में शांति और सुरक्षा लाने की अपनी प्रतिज्ञा दोहराई।
तालिबान पहले ही कह चुका है कि वह ईरान की तर्ज पर शरीया कानून के जरिए अफगानिस्तान में शासन चलाएगा। तालिबान काबुल में ईरान की तर्ज पर नई सरकार के निर्माण की घोषणा करने के लिए पूरी तरह तैयार है। समूह के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा है कि तालिबान के सबसे बड़े धार्मिक नेता मुल्ला हेबतुल्ला अखुंदजादा को अफगानिस्तान का सर्वोच्च नेता बनाया जाएगा। तालिबान के 'सूचना एवं संस्कृति आयोग' के वरिष्ठ अधिकारी मुफ्ती इनामुल्ला समांगनी ने बुधवार को कहा, "नई सरकार बनाने पर बातचीत लगभग अंतिम दौर में है और मंत्रिमंडल को लेकर भी चर्चा हुई।"