दिल्ली- नोएडा बॉर्डर पर कृषि बिल के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन, निकाली ट्रैक्टर रैली....

Update: 2020-09-25 16:54 GMT


किसानों के मुद्दे पर हाल ही में संसद से पास हुए तीन कृषि बिल के खिलाफ देश भर में आज किसानों ने भारत बंद बुलाया और प्रदर्शन भी किया। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी इन बिल के विरोध में सड़क पर उतरे। पटना में ट्रैक्टर चलाकर उन्होंने प्रदर्शन किया। तेजस्वी यादव ने कहा कि एनडीए की सरकार जो किसान विरोधी कानून लेकर आई है उसका आरजेडी लगातार विरोध कर रही है। सदन में पार्टी ने इस बिल का विरोध किया गया।

पारित हुए नई कृषि बिल का समर्थन करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसानों का भगवान बताया है, वहीं कांग्रेस पार्टी ने इस बिल को किसान विरोधी बताते हुए अपने राष्ट्रव्यापी आंदोलन की बात कही। इस कृषि बिल के खिलाफ हजारों किसान सड़कों पर उतर आए हैं। नोएडा में दिल्ली बॉर्डर के पास भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने रोड ब्लॉक कर दी है। नोएडा के पुलिस अधिकारी ने कहा, "हम ट्रैफिक डायवर्ट कर रहे हैं ताकि लोगों को असुविधा ना हो।"

प्रियंका गांधी वाड्रा ने किया ट्वीट

कृषि बिल का विरोध करते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा किसानों से MSP छीन ली जाएगी। उन्हें कांट्रेक्ट फार्मिंग के जरिए खरबपतियों का गुलाम बनने पर मजबूर किया जाएगा। न दाम मिलेगा, न सम्मान. किसान अपने ही खेत पर मजदूर बन जाएगा। भाजपा का कृषि बिल ईस्ट इंडिया कम्पनी राज की याद दिलाता है। हम ये अन्याय नहीं होने देंगे।

किसानों की चिंता का विषय

किसानों की असली चिंता एमएसपी (MSP) को लेकर है। कृषि मंडियों को लेकर है। उन्हें डर है कि नए बिल के प्रावधानों की वजह से कृषि क्षेत्र पूंजीपतियों और कॉर्पोरेट घरानों के हाथों में चला जाएगा। कुछ संगठन और सियासी दल चाहते हैं कि एमएसपी को बिल का हिस्सा बनाया जाए ताकि अनाज की खरीदारी न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे ना हो। जबकि सरकार साफ-साफ कह चुकी है कि एसएसपी और मंडी व्यवस्था पहले की तरह ही जारी रहेगी।

अराधना मौर्या

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