राजधानी दिल्ली में लगातार नए प्रस्तावित कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हरियाणा, पंजाब व यूपी के किसानों ने एंट्री वाले सिंधु बॉर्डर , जीटी करनाल रोड बॉर्डर व अब नोएडा लिंक रोड वह हरियाणा बॉर्डर को भी बंद कर दिया है।
आपको बता दें कि किसानों का आंदोलन केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित तीन नई कृषि कानूनों पर है तथा किसानों के मुखिया ने सरकार से कृषि कानून को रद्द करने के लिए एक विशेष संसद सत्र की मांग की है। किसानों को समझाते हुए नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मैं किसान भाइयों से आग्रह करना चाहता हूं कि वह इस बिल को समझें जो कि उनके हित के लिए ही बनाया गया है। भारत के कृषि सदियों से इसी तरह के कानून का इंतजार कर रही थी तथा यह कानून किसानों के हित में है जिससे उनकी न्यूनतम आय को कोई हानि नहीं पहुंचेगी।
फिर भी किसानों ने पीछे ना हटने का फैसला कर लिया है। तथा नोएडा लिंक रोड व हरियाणा बॉर्डर को भी जाम कर दिया है जिसकी वजह से दिल्ली एनसीआर को भारी ट्रैफिक का सामना करना पड़ रहा है। आपको बता दें कि गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाली रेल को किसानों ने बंद कर दिया है जबकि दिल्ली से गाजियाबाद आने के लिए लेन अभी भी चालू है।
गाजीपुर बॉर्डर पर एसपी सिटी अभिषेक वर्मा ने कहा है कि वह किसानों से आगरा कर रहे हैं कि यहां पर नाकाबंदी खत्म की जाए। क्योंकि यह दिल्ली का प्रमुख मार गए लोगों को भारी परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि किसानों ने जाम किए हुए बॉर्डर पर बैरिकेडिंग लगा दी है जिसमें मीडिया को भी जाने का आदेश नहीं दिया गया है। आपको बता दें कि किसानों को आज फिर चर्चा के लिए आमंत्रित किया गया है जल्द ही किसानों का निर्णय आपके सामने फिर होगा हालांकि इस बात से आप सब को अवगत कराना आवश्यक है कि रात के समय में किसान के प्रदर्शन करने के बावजूद सभी दिल्ली के लोगों से विनम्रता पूर्वक पेश आ रहे हैं फिर वह महिलाएं हो या बच्चे बूढ़े किसान भाई किसी को नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं। उनका कहना है, कि उनका आक्रोश सरकार से है दिल्ली की जनता को उनसे डरने की कोई आवश्यकता नहीं है।
नेहा शाह