केंद्र सरकार द्वारा मेडिकल दाखिले में ओबीसी और आर्थिक रूप से पिछड़े गरीब सवर्णों को आरक्षण देने में गलतियां गिनाती नजर आई मायावती

Update: 2021-07-30 17:07 GMT


केंद्र की सत्ताधारी सरकार भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा फैसला लेकर सभी विपक्षी पार्टियों को हैरान कर दिया है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने मेडिकल दाखिले में ओबीसी को 27 और आर्थिक रूप से पिछड़े अर्थात गरीब सवर्णों छात्रों को 10 फ़ीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया है।


गौरतलब है कि आरक्षण इसी शैक्षणिक सत्र से लागू हो जाएगा। मोदी की सरकार के इस फैसल पर बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने कहाकि, यह काफी देर से उठाया गया कदम है। यह चुनावी राजनीतिक स्वार्थ के लिए लिया गया फैसला है।


इस पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करके सरकार की गलतियां गिनाते हुए लिखा कि देश में सरकारी मेडिकल कालेजों की आल-इण्डिया की यूजी व पीजी सीटों में ओबीसी कोटा की घोषणा काफी देर से उठाया गया कदम। केन्द्र सरकार अगर यह फैसला पहले ही समय से ले लेती तो इनको अबतक काफी लाभ हो जाता, किन्तु अब लोगों को यह चुनावी राजनीतिक स्वार्थ के लिए लिया गया फैसला लगता है।


बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने आगे लिखते हुए कहा कि वैसे बीएसपी बहुत पहले से सरकारी नौकरियों में एससी, एसटी व ओबीसी कोटा के बैकलॉग पदों को भरने की मांग लगातार करती रही है, किन्तु केन्द्र व यूपी सहित अन्य राज्यों की भी सरकारें इन वर्गों के वास्तविक हित व कल्याण के प्रति लगातार उदासीन ही बनी हुई हैं, यह अति दुःखद है।


नेहा शाह


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