बिहार सरकार से न्याय न मिलने पर रोई सत्ताधारी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष। जानिए पूरा मामला।
बिहार में न्याय के लिए आम लोग ही नहीं बल्कि सत्ताधारी दल के पदाधिकारियों के भी पसीने छूट रहे हैं। बता दे कि बात भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष की है। जो सत्ताधारी दल के मंत्री के जनता दरबार में ही फूट-फूटकर रोती दिखीं। अपनी मृत बेटी का जिक्र कर वो न्याय नहीं मिलने का आरोप लगाती दिखीं।
मीडिया रिपोर्ट की बिहार सरकार के विधि मंत्री प्रमोद कुमार जनता दरबार में शिकायतकर्ताओं की समस्या सुन रहे थे और उसका निपटारा कर रहे थे। इसी क्रम में उनके पास भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष विनीता मिश्रा भी फरियादी बनकर पहुंचीं।
इतना ही नहीं बताया कि वो अपनी बेटी के लिए न्याय मांगने आयी हैं. बताया कि वो इंसाफ के लिए लंबे समय से भटक रही हैं। लेकिन पुलिस उनकी एक नहीं सुनती। विनीता मिश्रा ने बिहार पुलिस के रवैये से अपनी नाराजगी जताई, होते हुए उन्होंने बताया कि उनकी बेटी श्रद्धा मिश्रा की जिंदगी विवाह के बाद नर्क बन गयी। दो साल के बाद ही उनकी बेटी श्रद्धा मिश्रा की मौत हो गयी।
आपको बता दे की पीड़ित विनीता मिश्रा ने पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा कि पुलिस ने चार साल में अब जाकर चार्जशीट दायर की है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर तीन बार मुख्यमंत्री को भी मेल कर चुकी हैं, वहां से आश्वासन मिला कि डीजीपी को मामले से अवगत करा दिया गया है। लेकिन इससे कुछ नहीं हुआ।
तत्कालीन डिप्टी सीएम सुशील मोदी से मुलाकात करके भी मामले में मदद की गुहार लगायी गयी थी लेकिन इससे भी कोई फायदा नहीं हुआ
नेहा शाह