असंसदीय शब्दो की सूची पर आखिर क्यों हंगामा मचा रहा विपक्ष

Update: 2022-07-14 16:53 GMT



संसद:- संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू होने वाला है। इस सत्र के 12 अगस्त तक चलने की उम्मीद जताई जा रही है। लेकिन संसद सत्र शुरू होने से पहले लोकसभा सचिवालय ने अंग्रेजी और हिंदी के कुछ ऐसे शब्दों की सूची जारी की है जिन शब्दों को असंसदीय शब्द की कैटेगरी में रखा गया है। इस सूची के मुताबिक तानाशाह, जुमलाजीवी, जयचंद, अंट-शंट, करप्ट, नौटंकी, ढिंढोरा पीटना, निकम्मा शकुनि, तानाशाह, तानाशाही, जयचंद, विनाश पुरुष, ख़ालिस्तानी और ख़ून से खेती

जैसे शब्द संसद में बोलना अमर्यादित होगा। इन शब्दों को लोकसभा सचिवालय ने असंसदीय शब्द बताया है। वही जो इन शब्दों का सदन में उपयोग करेगा उसे सदन के रिकॉर्ड से हटा दिया जाएगा।

लेकिन अब इस असंसदीय शब्दो की सूची पर घमासान छिड़ गया है। विपक्ष के नेता केंद्र सरकार पर हमलावर हो गए हैं। विपक्ष लगातार यह आरोप लगा रहा है कि जिन शब्दों को प्रतिबंधित किया गया है वह वही शब्द है जिनका उपयोग सदन में सरकार के विरोध में विपक्ष करता है। वही समाचार एजेंसी पीटीआई से मिली जानकारी के अनुसार यह सभी शब्द ऐसे शब्द है जिनका उपयोग साल 2021 में सदन के भीतर सरकार के विरोध में किया गया है। वही विपक्ष इस मामले पर हंगामा कर रहा। कई विपक्ष के नेताओ ने असंसदीय शब्दो की सूची को लेकर अपना अपना पक्ष रखा है।

जाने क्या बोले असंसदीय शब्दों पर विपक्ष:-

इस मामले पर प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार की मंशा  है कि जब वो भ्रष्टाचार करे, तो उसे भ्रष्ट नहीं; भ्रष्टाचार को मास्टरस्ट्रोक बोला जाए. 2 करोड़ रोज़गार, किसानों की आय दुगनी, जैसे जुमले फेंके, जो उसे जुमलाजीवी नहीं; थैंक यू बोला जाएगा. संसद में देश के अन्नदाताओं के लिए आंदोलनजीवी शब्द किसने प्रयोग किया था?"

https://twitter.com/priyankagandhi/status/1547462496294154240?t=4MdQ2Nnfnghe8hzfg8FUcw&s=19

वही महुआ मोइत्रा ने इस मामले पर कहा है कि, बैठ जाइये बैठ जाइये, प्रेम से बोलिये। जो नई सूची असंसदीय शब्दो की जारी हुई है उसमें संघी शब्द शामिल नहीं है। जो शब्द बैन किये गए हैं वह विपक्षियों द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले हैं। भाजपा लगातार देश को बर्बाद कर रही है।

https://twitter.com/MahuaMoitra/status/1547420848348311553?t=PsXLJds6eemroP7KDjuNDw&s=19

वही इस मसले पर इरफान हबीब कहते हैं जो शब्द आम बोलचाल की भाषा मे बोले जा सकते हैं वह संसद में असंसदीय है। वही कुछ ऐसे शब्द प्रतिबंधित किये गए हैं जो वास्तव में हास्य का विषय है। बहुत कुछ है करने को लेकर ...

https://twitter.com/irfhabib/status/1547408710443876353?t=l2wuMgzY8jrmBjAIIr3AnA&s=19

जाने कौन कौन से शब्दों पर लगाया गया प्रतिबंध:-

जुमलाजीवी, बाल बुद्धि, बहरी सरकार, उल्टा चोर कोतवाल को डांटे, उचक्के, अहंकार, कांव-कांव करना, काला दिन, गुंडागर्दी, गुलछर्रा, गुल खिलाना, गुंडों की सरकार, दोहरा चरित्र, चोर-चोर मौसेरे भाई, चौकड़ी, तड़ीपार, तलवे चाटना, तानाशाह, दादागिरी, दंगा , अंट-शंट, अनपढ़, अनर्गल, अनार्किस्ट, उचक्के,  औकात,  गिरगिट,घड़ियाली आंसू, घास छीलना, ठग, ठगना, ढिंढोरा पीटना,  धोखाधड़ी, अब्यूज़्ड, ब्रिट्रेड, करप्ट, ड्रामा, हिपोक्रेसी और इनकॉम्पिटेंट, कोविड स्प्रेडर और स्नूपगेट जैसे शब्दों को प्रतिबंधित किया गया है।

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