पंडित ऋषि द्विवेदी ने बताया कि ऋषिकेश पंचांग के अनुसार पूर्णिमा तिथि 13 जुलाई को भोर में 2:35 लगेगी जो कि मध्य रात्रि 12:06 तक रहेगी
पूर्णिमा तिथि के संदर्भ में प्रख्यात ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी ने बताया कि ऋषिकेश पंचांग के अनुसार पूर्णिमा तिथि 13 जुलाई को भोर में 2:35 लगेगी जो कि मध्य रात्रि 12:06 तक रहेगी|
उदया तिथि के अनुसार गुरु पूर्णिमा इसी दिन मनाया जाएगा | तिथि विशेष पर गंगा स्नान का भी धार्मिक विधान है |
महर्षि वेदव्यास की जयंती
शास्त्रों के अनुसार आषाढ़ माह की पूर्णिमा पर भगवान विष्णु के अवतार महर्षि वेदव्यास का आविर्भाव हुआ था \
उन्होंने पुराणों की रचना की | कौरव पांडव इन्हें गुरु मानते थे |
इस कारण आषाढ़ माह की पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा कहा जाता है |
गुरुकुल आश्रम में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चे विद्या अध्ययन के बदले गुरु पूर्णिमा के दिन श्रद्धा भाव से अपने गुरु का पूजन करते थे |
मान्यता है कि जिस प्रकार आषाढ़ की घटा बिना भेदभाव के सभी पर जल् वृष्टि कर ताप हरती है उसी प्रकार गुरु अपने शिष्यों को इस पावन दिन पर आशीर्वाद से अभिसिंचित करते हैं|
काशी में पर्व की तैयारी
काशी में गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या से ही शिष्यों और आस्था वालों के जत्थे आश्रमों और ग्रुपों में आने लगते हैं |
आश्रम मठ गढ़वा घाट , बाबा कीनाराम स्थलों की कुंड में मेला लगता रहा है|
पर्व पर पूर्व पीठाधीश्वरओं की पूजन आरती के बाद ही दर्शन पूजन शुरू होता है |
मणिकर्णिका घाट स्थित सतुआ बाबा आश्रम में प्रथम सतुआ बाबा रणछोड़ दास एवं षष्ठपीठाधीश्वर यमुनाचार्य महाराज की चरण पादुका पूजन से उत्सव प्रारंभ होगा |