8 युवा किसानों ने राष्ट्रपति से मांगा इच्छा मृत्यु का अधिकार- जाने पूरी हकीकत

Update: 2021-03-19 05:30 GMT


केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित कृषि कानून का विरोध प्रदर्शन कुछ इस तरह बढ़ गया है कि किसानों ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु का अधिकार मांगना शुरू कर दिया है।आपको बता दें कि हिसार जिले के 8 युवाओं ने गुरुवार को उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की मांग की है. ये सभी युवा शुक्रवार से खेड़ी चोपटा पर 31 मार्च तक शांतिपूर्वक धरना भी देंगे।कुल 8 युवा किसानों ने जिला उपायुक्त को पत्र लिखकर मांग की है कि पिछले काफी दिनों से किसान अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं, लेकिन सरकार का रवैया किसानों के प्रति सही नहीं है, वे इससे आहत हैं।

पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत करते हुए युवाओं ने कहा कि किसानों को आतंकवादी भी कहा गया है, जिसके कारण वे सरकार से आहत होकर इच्छामृत्यु की मांग कर रहे हैं। सभी युवाओं ने जिला उपायुक्त को पत्र सौंप कर यह भी अल्टीमेटम दिया है कि अगर 12 दिनों के बाद भी इस पत्र के माध्यम से कोई जवाब नहीं मिला तो इस विषय में जिला उपायुक्त की स्वीकृति मानी जाएगी। जिसके बाद सभी युवा शुक्रवार से खेड़ी चौपटा पर शांतिपूर्वक धरना देंगे। अगर प्रशासन ने इनके साथ कोई मानसिक प्रताड़ना या गलत हरकत की और उसके बाद उनका कोई भी साथी कोई भी गलत कदम उठाता है तो उसकी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी।

आपको बता दें कि टिकरी बॉर्डर पर लगातार प्रदर्शन कर रहे किसानों ने एफ आई आर दर्ज करवाई है। भीषण गर्मी होने के कारण किसानों ने बॉर्डर पर ही पक्के मकानों  की व्यवस्था और पानी के लिए बोरवेल का निर्माण करवाया है, जिसके बाद से प्रशासन किसानों के प्रति भी निर्देश जारी किए हैं।कृषि कानून के लिए निरंतर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आरोप लगाया है कि सरकार उनकी बात सुनना नहीं चाहती। इसके बाद परेशान होकर अब वह 26 और 28 मार्च को भारत बंद करेंगे।आपको बता दें कि परेशानी इस कदर बढ़ गई कि युवाओं ने राष्ट्रपति को इच्छा मृत्यु की आजादी देने को कहा है।

नेहा शाह

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