देश की राजधानी दिल्ली में आज लगातार 17 दिन से देश के किसान आंदोलन कर रहे हैं। कई दौर की बैठकों के बाद भी कोई निर्णय नहीं निकल सका है। किसानों ने प्रस्तावित तीन कृषि कानून को रद्द करने की मांग सरकार से की है, जिस पर सरकार निरंतर किसानो को समझाने की कोशिश कर रही है।
आपको बता दें कि किसानों ने अपने विरोध प्रदर्शन को तेज करने की कोशिश कर दी है। उन्होंने शुक्रवार की रात में टोल प्लाजा तो ब्लॉक कर आंदोलन शुरू कर दिया था। जिससे अब सभी टोल प्लाजा पर भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है।
किसानों ने अपना आक्रोश प्रकट करते हुए आंदोलन के पक्ष में अपना सर मुंडवा कर विरोध प्रदर्शन किया है। किसानों ने ऐलान किया है कि वह सरकार के खिलाफ आर या पार की लड़ाई करने के लिए तैयार है।
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति के नेता सरदार वीएम सिंह ने कहा कि हम एमएसपी पर आश्वासन चाहते हैं। हम अपनी उपज की खरीद की गारंटी मांगते हैं। एमएसपी गारंटी बुलाने पर ही किसान को लाभ पहुंचेगा। वहीं उत्तर प्रदेश के किसान नेता डूंगर सिंह ने कहा है कि हम आलू ,गन्ना ,अनाज ,सब्जियां , दूध सहित हर एक वस्तु पर एमएसपी चाहते हैं। हम लिखित रूप से सिर्फ गारंटी नहीं चाहते हैं बल्कि लिखित रूप से एक कानून एमएसपी के लिए चाहते हैं।
किसानों से लगातार बैठकों के बाद भी कोई निर्णय नहीं निकल सका है। आपको बता दें कि भारत बंद के दिन भी अमित शाह ने शाम को बैठक बुलाई जिसके बाद भी कोई निर्णय नहीं निकल सका। अब किसानों का विरोध प्रदर्शन सिर चढ़कर बोल रहा है।
उन्होंने अपने विरोध को आक्रोश में जाहिर करते हुए अपना सिर मुंडवा कर प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
नेहा शाह