शरद पूर्णिमा पर 'खंड ग्रास चंद्र ग्रहण' का साया

Update: 2023-10-09 05:22 GMT

 

 शरद पूर्णिमा पर चांद अपनी पूर्णता को प्राप्त कर षोडश्  कलाओं से युक्त होता है इस रात चंद्र की किरणें अमृत वर्षा करती हैं और इसी अमृत वर्षा में खीर रखी जाती है लेकिन इस बार इन सभी मान्यताओं पर ग्रहण लगने वाला है २८/ २९  अक्टूबर की रात को वर्ष का पहला और अंतिम खंडग्रास चंद्र ग्रहण है जो कि पूरे भारत में दृश्य मान रहेगा ऐसा संयोग 9 साल बाद बना है विशेष यह भी है कि सूतक काल चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले लग जाएगा और ऐसे में शरद पूर्णिमा व कोजागिरी पूर्णिमा से जुड़े समस्त धार्मिक अनुष्ठान शाम 4:05 से पहले कर लेने होंगे |

प्रख्यात ज्योतिष आचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी के अनुसार आश्विन शुक्ल पूर्णिमा 28 अक्टूबर शनिवार को लगने वाला खंडग्रास चंद्र ग्रहण भारत में दृश्य होगा इससे पहले भारत में 2022 के अंत में चंद्र ग्रहण देखा गया था वही अक्टूबर में दो ग्रहण होंगे जिसमें पहले अश्विन शुक्ल पूर्णिमा 28 अक्टूबर शनिवार को लगने वाला खंडग्रास चंद्र ग्रहण भारत में दृश्य होगा इससे पहले भारत में 2022 के अंत में चंद्र ग्रहण देखा गया था वही अक्टूबर में दो ग्रहण होंगे जिसमें पहले अश्विन अमावस्या शनिवार 14 अक्टूबर को जो कंकड़ कृति सूर्य ग्रहण लगेगा यह भारत में दृश्य नहीं होगा यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका दक्षिणी अमेरिका मध्य अमेरिका उत्तरी अफ्रीका का पश्चिमी किनारा अंटार्कटिक और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा | 

 खंड ग्रास चंद्र ग्रहण भारत के अतिरिक्त अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर, पश्चिमी व दक्षिणी प्रशांत महासागर ,अफ्रीका यूरोप ,एशिया ,ऑस्ट्रेलिया ,दक्षिण अमेरिका के पूर्वी वह उत्तरी भाग में दृश्य होगा |

ग्रहण का स्पर्श मध्य व मोक्ष : यह ग्रहण अश्विनी नक्षत्र मेष राशि पर होगा भारतीय  समय अनुसार ग्रहण का प्रारंभ २८/ २९  अक्टूबर की रात्रि में 1 : 5 मिनट पर स्पर्श रात्रि 1 :44 पर मध्य तथा रात्रि 2:24 पर मोक्ष होगा ग्रहण का स्पर्श मध्य व मोक्ष पूरे भारत में दिखाई देगा वहीं चंद्रास्त के समय ग्रहण का प्रारंभ ऑस्ट्रेलिया उत्तरी प्रशांत महासागर व रूस के पूर्वी भाग में दिखाई देगा चंद्रोदय के समय ग्रहण का अंत ब्राजील के पूर्वी भाग तथा कनाडा एवं उत्तर व दक्षिण अटलांटिक महासागर में दिखाई देगा भारत में चंद्रास्त 29 अक्टूबर को प्रातः 6:18 पर होगा | 

 पूर्णिमा तिथि : शरद पूर्णिमा व कोजागिरी पूर्णिमा 28 अक्टूबर को वोट 3:45 पर लग रही है जो की 28 29 अक्टूबर को भोर 2:01 तक रहेगी इस बीच  4:05 के पहले तक समस्त पूजन अर्चन संबंधी धार्मिक कृति संपादित करने होंगे सूतक काल शुरू होने पर ऐसा नहीं किया जा सकेगा चार राशियों को लाभ खंड ग्रास चंद्र ग्रहण का प्रभाव चार राशियों के लिए अति लाभप्रद रहेगा इसमें मिथुन कर्क वृश्चिक और कुंभ शामिल है मिथुन राशि को अधिक लाभ कर्क राशि को चतुर्दिक सुख लाभ वृश्चिक राशि को मनोवांछित लाभ कुंभ राशि को श्री वृद्धि का लाभ होगा | 

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