भारत की वृद्धि दर वैश्विक वृद्धि से 2.7% अधिक रहने का अनुमान: विश्व बैंक
विश्व बैंक ने भारत के लिए 6.7 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान व्यक्त किया है, जो वैश्विक वृद्धि से 2.7 प्रतिशत अधिक है। विश्व बैंक के वैश्विक आर्थिक अनुमान - जीईपी रिपोर्ट के जनवरी 2025 संस्करण में कहा गया है कि भारत अगले दो वित्तीय वर्षों के लिए सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में अपनी स्थिति बरकरार रखते हुए वैश्विक आर्थिक परिदृश्य पर अपना दबदबा बना सकता है।
जीईपी रिपोर्ट ने इसके लिए सेवा क्षेत्र और पुनर्जीवित विनिर्माण आधार को मजबूत करने के संबंध में सरकार की परिवर्तनकारी पहलों को श्रेय दिया है। ये उपाय बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण से लेकर करों को सरल बनाने तक घरेलू विकास को बढ़ावा दे रहे हैं और भारत को वैश्विक आर्थिक स्थिरता के रूप में स्थापित कर रहे हैं। रिपोर्ट में यह भी अनुमान लगाया गया है कि अगले साल चीन की आर्थिक वृद्धि घटकर 4 प्रतिशत रह जाएगी।
रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख है कि देश में मजबूत श्रम बाजार, ऋण तक बढ़ती पहुंच और कम मुद्रास्फीति के कारण निजी खपत में भी तेजी आने की संभावना है। विश्व बैंक की रिपोर्ट की सराहना करते हुए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व आर्थिक परिदृश्य (डब्ल्यूईओ) ने भी भारत की मजबूत आर्थिक प्रगति की पुष्टि की है। आईएमएफ ने अनुमान लगाया है कि वित्त वर्ष 2025 और 2026 के लिए भारत की वृद्धि दर साढ़े छह प्रतिशत बनी रहेगी।