बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने देश में फरवरी में निर्धारित राष्ट्रीय चुनाव न कराने पर चेतावनी देते हुए कहा है कि इसके परिणाम स्वरूप राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है। यह चेतावनी राष्ट्रीय सहमति आयोग के एक सत्र में दी गई। इसमें बीएनपी के वरिष्ठ नेता सलाहुद्दीन अहमद ने चुनाव की समय-सीमा में निश्चितता पर बल दिया।
ढाका में बांग्लादेश सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस की उपस्थिति में सलाहुद्दीन ने कहा कि संवैधानिक सुधार और न्यायिक प्रक्रियाएँ महत्वपूर्ण हैं, लेकिन इससे फरवरी के चुनावों में देरी नहीं होनी चाहिए। अंतरिम सरकार ने फरवरी में चुनाव कराने का भरोसा दिलाया है। इससे पहले बीते महीने भी बीएनपी ने चेतावनी दी थी कि राष्ट्रीय चुनाव कराने में किसी भी तरह की देरी से देश गंभीर खतरे में पड़ सकता है।
बीएनपी उपाध्यक्ष शम्सुज्जमां दुदु ने ढाका के नेशनल प्रेस क्लब में बांग्लादेश नेशनल फार्मेसी एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक परिचर्चा में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति, भीड़-भाड़, जबरन वसूली, कब्ज़ा और आतंकवाद को रोकने के लिए निर्वाचित सरकार की आवश्यकता पर जोर दिया था।
बांग्लादेश के प्रमुख बंगाली दैनिक जुगंटोर ने बीएनपी नेता के हवाले से कहा था, "कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति, अराजकता, जबरन वसूली, कब्जा और आतंकवाद से निजात पाने के लिए जितनी जल्दी चुनाव होंगे, संकट उतना ही कम होगा और चुनावों में जितनी देरी होगी, आतंकवाद उतना ही बढ़ेगा और देश खतरे में पड़ेगा।"