राजस्थान के बारां नगर में कृषि उपज मंडी में आरएसएस के स्वयंसेवकों की एक सभा को संबोधित करते हुए सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि समाज में आचरण का अनुशासन, राज्य के प्रति कर्तव्य और लक्ष्य-उन्मुख होने का गुण होना आवश्यक है। इसी के साथ हमें एकजुट होना होगा, तभी हम सुरक्षित रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि अपनी सुरक्षा के लिए हिंदू समाज को भाषा, जाति और प्रांत के मतभेदों और विवादों को दूर करके एकजुट होना होगा। समाज ऐसा होना चाहिए जिसमें संगठन, सद्भावना और आत्मीयता का आभास हो।