पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन। देश में सात दिन का राजकीय शोक घोषित
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का कल नई दिल्ली में निधन हो गया। वे 92 वर्ष के थे। लम्बे समय से बीमार चल रहे डॉ. सिंह की कल शाम तबियत खराब होने पर उन्हें एम्स के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों के तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। एम्स बुलेटिन के अनुसार उन्हें रात नौ बजकर इक्यावन मिनट पर मृत घोषित कर दिया गया। दुनिया के प्रमुख अर्थशास्त्री रहे मनमोहन सिंह के परिवार में पत्नी गुरुशरण कौर और तीन बेटियां हैं। केन्द्र सरकार ने डॉ. सिंह के निधन पर सात दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे और कोई भी सरकारी कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे। इस बीच पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धाजंलि देने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की आज विशेष बैठक बुलाई गई है।
डॉ. सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि डॉ. सिंह उन असाधारण राजनेताओं में से एक थे, जिन्होंने शिक्षा और प्रशासन की दुनिया में समान रूप से सहजता से काम किया। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने संदेश में पूर्व प्रधानमंत्री को एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बताया, जिन्होंने भारत के आर्थिक परिदृश्य को बदल दिया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में शामिल श्री सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करता है। उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह एक साधारण पृष्ठभूमि से उठकर एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने।
उन्होंने संसद में डॉ. सिंह के व्यावहारिक हस्तक्षेप और प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के उनके व्यापक प्रयासों की भी सराहना की। गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित सभी वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उनके राष्ट्र विकास में योगदान को याद किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे मनमोहन सिंह के निधन पर कहा, भारत ने एक दूरदर्शी राजनेता, एक बेदाग छवि वाले ईमानदार नेता और अद्वितीय कद का अर्थशास्त्री खो दिया है। वहीं अपने संदेश में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि डॉ. सिंह की विनम्रता और अर्थशास्त्र की गहरी समझ ने पूरे देश को प्रेरित किया। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित राज्यमंत्रिमंडल के सभी सदस्यों ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ. सिंह का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट सहित पार्टी के सभी नेताओं ने भी पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। गौरतलब है कि दुनिया के प्रमुख अर्थशास्त्री में शुमार रहे मनमोहन सिंह पी.वी. नरसिम्हा राव के मंत्रिमंडल में वित्त मंत्री थे। उन्हें 1991 में शुरू हुए आर्थिक उदारीकरण के दौर का प्रणेता माना जाता है। वे कांग्रेस नेतृत्व वाली यू.पी.ए. सरकार में 2004 से 2014 तक दो बार प्रधानमंत्री रहे। वे भारत के तेरहवें प्रधानमंत्री थे। वे राज्यसभा के 33 साल तक सदस्य रहने के बाद इस साल अप्रैल में संसद के उच्च सदन से सेवानिवृत्त हुए थे। उनका राजस्थान से भी गहरा सम्बन्ध रहा है।
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SHABD,Jaipur, December 27,