भारतीय नौसेना को मिली स्वदेशी ‘वाग्शीर’ पनडुब्बी

Update: 2025-01-10 05:11 GMT


माझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) ने 'आत्मनिर्भर भारत' और 'मेक इन इंडिया' की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारतीय नौसेना को छठी स्कॉर्पीन पनडुब्बी ‘वाग्शीर’ की सुपुर्दगी दी। यह पनडुब्बी परियोजना पी-75 के तहत निर्मित की गई है और इसे अब भारतीय नौसेना में INS ‘वाग्शीर’ के रूप में शामिल किया जाएगा।

MDL के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक संजीव सिंघल और पश्चिमी नौसेना कमान के मुख्य स्टाफ अधिकारी (तकनीकी) रियर एडमिरल आर अधीश्रीनिवासन ने सुपुर्दगी दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर भारतीय नौसेना के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

‘वाग्शीर’ को 20 अप्रैल 2022 को लॉन्च किया गया था और इसे एक वर्ष से अधिक समय तक कठोर परीक्षणों के बाद पूर्ण रूप से युद्ध-योग्य पनडुब्बी के रूप में भारतीय नौसेना को सौंपा गया। इसकी सुपुर्दगी के साथ ही भारत, पनडुब्बी निर्माण करने वाले देशों के विशिष्ट समूह में शामिल हो गया है।

यह स्कॉर्पीन पनडुब्बी अत्याधुनिक तकनीक से लैस है, जो बेहतरीन स्टील्थ विशेषताओं और सटीक निर्देशित हथियारों के साथ दुश्मन पर जबर्दस्त हमला करने की क्षमता रखती है। ‘वाग्शीर’ पानी के नीचे और सतह पर, दोनों स्थितियों में टॉरपीडो और ट्यूब लॉन्च एंटी-शिप मिसाइलों के जरिए हमला कर सकती है। इसके शक्तिशाली प्लेटफॉर्म की स्टील्थ विशेषताएँ इसे अनूठा बनाती हैं, जिससे यह दुश्मन से बेजोड़ अजेयता प्राप्त करता है।

इस पनडुब्बी में बहुआयामी मिशन क्षमता है, जैसे एंटी-सरफेस वारफेयर, एंटी-सबमरीन वारफेयर, खुफिया जानकारी जुटाना और एरिया सर्विलांस। इसे नौसेना टास्क फोर्स के अन्य घटकों के साथ इंटरऑपरेबिलिटी को प्रदर्शित करने के लिए तैयार किया गया है।

‘वाग्शीर’ में उन्नत एकीकृत प्लेटफ़ॉर्म प्रबंधन प्रणाली (IPMS) और लड़ाकू प्रबंधन प्रणाली (CMS) के साथ उच्च स्तर का स्वचालन है, जो विभिन्न उपकरणों और प्रणालियों को एक प्रभावशाली प्लेटफ़ॉर्म में जोड़ता है। इसमें उन्नत ध्वनिक मौन तकनीक, कम विकिरणित शोर स्तर, हाइड्रो-डायनामिक रूप से अनुकूलित आकार और सटीक हथियारों का उपयोग किया गया है, जो दुश्मन पर त्वरित हमला करने की क्षमता सुनिश्चित करता है।

‘वाग्शीर’ अन्य पनडुब्बियों से अलग है, क्योंकि इसमें स्वदेशी रूप से विकसित एयर कंडीशनिंग प्लांट और आंतरिक संचार प्रणाली भी लगी हुई है, जो इसे और भी उन्नत बनाती है।

Similar News