प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ओडिशा के भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस की उद्घाटन यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे, जो कि प्रवासी भारतीयों के लिए एक विशेष ट्रेन है। यह ट्रेन दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से रवाना होगी और तीन सप्ताह की अवधि के लिए भारत में पर्यटन और धार्मिक महत्व के कई स्थलों की यात्रा करेगी।
वही पीएम मोदी 4 प्रदर्शनियों का उद्घाटन भी करेंगे - रामायण की विरासत, प्रौद्योगिकी और विकसित भारत में प्रवासियों के योगदान, मांडवी से मस्कट तक भारतीय प्रवासियों के विकास और ओडिशा की विरासत व संस्कृति। त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू सम्मेलन की मुख्य अतिथि हैं। वह वर्चुअली सम्मेलन को संबोधित करेंगी।
इस सम्मेलन के दौरान 50 से अधिक देशों के पांच हजार से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। इससे पहले बुधवार को प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन की शुरुआत युवा प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम से हुई। वहीं 10 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु कार्यक्रम के समापन सत्र की अध्यक्षता करेंगी। राष्ट्रपति मुर्मू कई प्रवासी भारतीयों को प्रवासी भारतीय सम्मान भी प्रदान करेंगी देंगी।
प्रवासी भारतीय दिवस की शुरुआत महात्मा गांधी के 9 जनवरी 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने की घटना को याद करते हुए 2003 में की गई थी। इस दिन को मनाने का उद्देश्य प्रवासी भारतीयों के योगदान और उनकी उपलब्धियों को पहचानने, प्रवासी भारतीयों को उनकी जड़ों से जोड़े रखने और दूरियां मिटाने के साथ भारत की वैश्विक स्थिति को भी मजबूत करने का प्रयास है।