उज्जैन में बाबा महाकाल और भगवान गोपाल कृष्ण का अद्भुत सत्ता हस्तांतरण होता है। मान्यता है कि आज ज्योतिलिंग श्री महाकालेश्वर सृष्टि का संचालन भगवान श्रीहरि को सौंप कर तपस्या हेतु कैलाश पर्वत चले जाते हैं। बाबा महाकाल स्वयं गोपाल मंदिर धूमधाम गाजे बाजे से आते हैं और मोरपंख धारण कर तुलसी पत्ते की माला पहनते हैं, उधर भगवान श्री कृष्ण शिव जी को प्रिय बिल्व पत्र की माला धारण करते हैं।