संविधान दिवस के मौके पर आज पीएम मोदी संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री आज देश भर के भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। यह कार्यक्रम दोपहर 12.30 बजे शुरू होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के सभी विधानसभा के सभापति व पीठासीन अधिकारियों को संबोधित करेंगे। देश के जिला तथा बूथ केन्द्रों पर पार्टी कार्यालयों में पार्टी कार्यकर्ता पीएम का उद्बोधन सुनेंगे। एक जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री दोपहर साढ़े 12 बजे देश की सभी विधानसभाओं के सभापतियों को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करेंगे। जिला एवं बूथ केंद्रों पर पार्टी कार्यकर्ता टेलीविजन, सोशल मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री का संबोधन सुनेंगे।
भारत के संविधान की प्रस्तावना को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इसे अमेरिका के संविधान से प्रभावित माना जाता है। भारत के संविधान की प्रस्तावना यह कहती है कि संविधान की शक्ति सीधे तौर पर जनता में निहित है। भारत का संविधान देश का सर्वोच्च कानून है। यह सरकार के मौलिक राजनीतिक सिद्धांतों, प्रक्रियाओं, प्रथाओं, अधिकारों, शक्तियों और कर्त्तव्यों का निर्धारण करता है। डॉ. भीम राव अम्बेडकर एक प्रसिद्ध समाज सुधारक, राजनीतिज्ञ और न्यायविद थे और उन्हें भारतीय संविधान का जनक भी कहा जाता है। उन्हें 29 अगस्त, 1948 को संविधान मसौदा समिति के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 1976 में 42वें संशोधन के माध्यम से संविधान की प्रस्तावना में 'धर्मनिरपेक्ष' शब्द जोड़ा गया था। संविधान से संबंधित एक महत्त्वपूर्ण प्रश्न संविधान की व्याख्या अथवा अर्थविवेचन से जुड़ा हुआ है। नियमों के अनुसार, सर्वोच्च न्यायालय संविधान का अंतिम व्याख्याकर्ता या अर्थविवेचनकर्ता है। सर्वोच्च न्यायालय ही संविधान में निहित प्रावधानों और उसमें उपयोग की गई शब्दावली के अर्थ और निहितार्थ के विषय में अंतिम कथन प्रस्तुत कर सकता है।
अराधना मौर्या