गोपेश्वर गौशाला द्वारा शुरू की गई यह पहल ग्रामीण महिलाओं के लिए एक वरदान से कम नहीं है। गौशाला की इस पहल से 200 से अधिक महिलाओं को रोजगार देने का सार्थक प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में गाय के गोबर से बने दीपक, हवन की लकड़ी आदि के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 200 महिलाओं को रोजगार दिया गया है। यह सभी महिलाएं गौशाला पर प्रशिक्षण प्राप्त करके अपने घरों में गाय के गोबर से दीपक, हवन की लकड़ी, बंदनवार, गणेश लक्ष्मी की मूर्तियां आदि बना रही है।
गौ सेवा आयोग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस बार एक लाख गाय के गोबर से बने दीपक से मां गोमती के तट पर देव दीपावली मनाई जाएगी। गोपेश्वर गौशाला महिला समूह व अन्य सामाजिक संगठन भी इस कार्य में लगे हुए हैं। लखनऊ महानगर के 100 स्थानों पर नगर निगम के माध्यम से बात चर्चा हुई है जहां समस्त नगरवासियों को गाय के गोबर के दीपक गणेश लक्ष्मी हनुमान जी दुर्गा जी व अन्य गो उत्पाद प्राप्त हो सकेंगे। वर्ष के 12 महीने ग्रामीण रोजगार के संकल्प को ध्यान में रखकर गौशाला परिवार विभिन्न प्रकार के बंदनवार गांव में घड़ी गांव में टाइल्स आदि बनाने का प्रयास कर रहा है। इससे ग्रामीण महिलाओं को प्रशिक्षण देकर के उनके द्वारा ही उनके गांव में यह रोजगार विकसित किया जा सकेगा।
अराधना मौर्या