उत्तराखंड सरकार ने लगातार दूसरे साल रद्द की कावड़ यात्रा, कोरोना महामारी प्रमुख कारण
उत्तराखंड सरकार ने कोरोना महामारी को देखते हुए कांवड़ यात्रा को स्थगित कर दिया है। कोरोना संक्रमण के कारण कांवड़ यात्रा पर लगातार दूसरे साल रोक लगाई गई है। बता दें कि कांवड़ यात्रा में उत्तराखंड मुख्य रूप से मेजबान राज्य की भूमिका निभाता है, वहीं, यात्री मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान जैसे राज्यों से आते हैं। लोग हरिद्वार से गंगा जल लेकर अपने गृह राज्य जाते हैं और वहां मंदिरों में पूजा अर्चना करते हैं।
बता दें, इससे पहले जब कोरोना की दूसरी लहर चरम पर थी तब उत्तराखंड में कुंभ का आयोजन किया गया। कुंभ के दौरान कई साधु संत और अधिकारी संक्रमित हो गए थे। ऐसे में उत्तराखंड सरकार और बीजेपी विपक्ष के निशाने पर रही। सरकार की इस बात को लेकर आलोचना की गई कि जब देश कोरोना की त्रासदी से जूझ रहा है तब इतने बड़े धार्मिक आयोजन के नाम पर लोगों की भीड़ जुटने की इजाजत क्यों दी गई।
वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 जुलाई से शुरू होने वाली पारंपरिक कांवड़ यात्रा को कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन में निकालने और आवश्यकता के अनुसार आरटीपीसीआर की निगेटिव जांच रिपोर्ट की अनिवार्यता को भी लागू किये जाने का निर्देश दिया है। कोविड-19 पर मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अधिकारियों के साथ बैठक के बाद जारी किए गए एक बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि पारंपरिक कांवड़ यात्रा कोविड प्रोटोकॉल के साथ होगी।