लखनऊ। लखनऊ के जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेन्द्र दुबे ने बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार मंत्री स्वाति सिंह पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कार्यकारी मंत्री ने मुझे इसलिए निलम्बित कर दिया था कि मैंने उनकी मांगों और अपेक्षाओं को पूरा करने से इन्कार कर दिया था।
विभागीय कार्यों में अनियमितता और कतिपय आरोपों के कारण लखनऊ के जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेन्द्र दुबे को शासन ने 06 जनवरी 2022 को निलम्बित कर दिया गया था। इसके बाद वह उच्च न्यायालय प्रयागराज की लखनऊ खण्डपीठ ने रिट याचिका दायर की। याचिका पर सुनवाई के दौरान 19 जनवरी को शासन के आदेश को निरस्त करते हुए अंतिम आदेश पारित किया।
प्रमुख सचिव ने कोर्ट के निर्देश का हवाला देकर निलम्बन आदेश को निरस्त करने के लिए कार्यकारी मंत्री को प्रेषित किया। कार्यकारी मंत्री की ओर बहाली का आदेश न होने पर अखिलेन्द्र दुबे ने मंत्री पर ही आरोप मढ़ दिया।
उसने अपर मुख्य सचिव बाल विकास एवं पुष्टाहार को लिखे पत्र में कहा कि
कार्यकारी मंत्री ने मुझे इसलिए निलम्बित कर दिया था कि मैंने उनकी मांगों और अपेक्षाओं को पूरा करने से इन्कार कर दिया था। पुन: उनके स्तर से मेरी पत्रावली को रोके रखना मेरी बात की पुष्टि करता है। इस तरह का कार्य संवैधानिक तंत्र की गरिमा के विपरीत है।