रूपईडीहा रूस और यूक्रेन के बीच पिछले एक सप्ताह से जारी जंग के बीच यूक्रेन में फंसे रूपईडीहा निवासी अखिल त्रिपाठी की अपने वतन लौटने पर परिजनों में खुशी का ठिकाना नहीं रहा। दरअसल रूपईडीहा कस्बा निवासी अवनीश त्रिपाठी का बेटा अखिल त्रिपाठी यूक्रेन में पढ़ाई करने के लिए गया हुआ था। जहां पर रूस और यूक्रेन के बीच जंग छिड़ गई और रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया जिस कारण वहाँ पर पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्र भी वहीं पर फंस गए थे। उसी में जिला बहराइच के कस्बा रूपईडीहा निवासी अवनीश त्रिपाठी का बेटा अखिल त्रिपाठी भी था जो गुरुवार के दिन दिल्ली सकुशल पहुंच गया है। परिवार वालों ने यह भी बताया कि अखिल त्रिपाठी यूक्रेन क्रिकेट फेडरेशन की तरफ से क्रिकेट भी खेलता था । मीडिया कर्मियों को अवनीश त्रिपाठी ने बताया कि अखिल त्रिपाठी बीते 5 वर्ष 9 महीने से एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन में रह रहा था । एमबीबीएस की पढ़ाई यूक्रेन में 6 वर्षों की होती है 5 वर्ष 9 महीने बीत जाने के बाद उसे मात्र 3 महीने के बाद ही एमबीबीएस की डिग्री मिली जाती ।
अवनीश त्रिपाठी ने बताया कि भारत सरकार द्वारा भारतीयों को लाने के लिए जहाज भेजे जा रहे हैं उसी क्रम में 2 तारीख को आखिरी रेलवे स्टेशन से इन्हें रेस्क्यू किया गया और बसों द्वारा सुरक्षित स्थान भेजकर जलपान की व्यवस्था कराई गई ।वहीं से 30 बच्चों के ग्रुप में 3 तारीख को 3:45 पर पोलैंड फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे लाया गया है । जिसको लेकर परिवार के लोगों ने भारत सरकार की सराहना की है और धन्यवाद दिया है । प्रशासन की तरफ से यूक्रेन में फंसे अखिल त्रिपाठी के परिवार के लोगो को सांत्वना देते हुए हर संभव प्रयास से बच्चे को घर लाने की तसल्ली दी थी ।