मूसलाधार बारिश से नॉर्थ सिक्किम सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है जिससे तीस्ता नदी का जलस्तर बढ़ गया और सड़कों, पुलों और संपर्क मार्गों को नुकसान पहुंचा है।
नार्थ सिक्किम के मंगन जिले में जगह-जगह भूस्खलन होने, मिट्टी धंसने और चट्टानों के गिरने से कई घर, सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं जिससे जनजीवन पूरी तरह प्रभावित है। हालांकि प्रशासन ने कुछ जगहों पर सड़क मार्ग खुल जाने की बात कही है लेकिन अभी भी क्षेत्र में कई सड़कें बंद है।
प्रशासन ने लगभग 1,700 पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन अभी भी कई पर्यटक लांचुग और लाचेन और छातिन में फंसे हैं। इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस, स्टेट और नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स के साथ-साथ भारतीय सेना मिलकर फंसे लोगों को बचाने में लगी है और सीमा सड़क संगठन यानी BRO मलबा हटाने में जुटा है। साथ ही, प्रशासन मोबाइल कनेक्टिविटी एवं पेयजल आपूर्ति को जल्द ठीक करने की कोशिश में जुटा है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मंगन के लिए रेड अलर्ट और गंगटोक, सोरेंग जैसे जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने नॉर्थ सिक्किम के लिए सभी पर्यटक परमिट रद्द कर दिए हैं और लोगों से आधिकारिक निर्देशों का पालन करने की अपील की है।