बागेश्वर जिले में बारिश का दौर लगातार जारी है और इसका असर जनजीवन पर गहराता जा रहा है। जिले में भूस्खलन और मलबा आने से कुल 19 सड़कें बंद हो गई हैं, जिनमें से 18 ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाली हैं, जबकि एक मुख्य सड़क जिला मुख्यालय से जुड़ी है। प्रशासन की ओर से लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करें।
बागेश्वर जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में बीते कुछ दिनों से हो रही मूसलधार बारिश ने सड़क संपर्क पूरी तरह से बाधित कर दिया है। सबसे अधिक प्रभावित इलाका कपकोट तहसील है, जहां कई मार्गों पर मलबा और पत्थर आने से रास्ते पूरी तरह बंद हो गए हैं। आपदा प्रबंधन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कपकोट-कर्मी, हरसीला-सीमा, उत्तरौड़ा-लीली, पोलिंग-गैरखेत, बदियाकोट-कुंवारी, चीराबगड़-पोथिंग, कपकोट-पिंडारी, बागेश्वर-कपकोट सहित कुल 19 सड़कें पूरी तरह से अवरुद्ध हैं। सड़कों के बंद होने से कई गांवों में लोग फंसे हुए हैं। दूध, सब्जी, गैस सिलेंडर और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित हो रही है। बीमार और बुजुर्गों को अस्पताल तक ले जाना भी एक बड़ी चुनौती बन गया है।
जिला प्रशासन ने राहत कार्यों में तेजी लाते हुए 50 जेसीबी मशीनों को अलग-अलग स्थानों पर तैनात किया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि, अधिकारी हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और जल्द ही सभी मार्ग खोलने का प्रयास किया जा रहा है। जिले में 19 सड़कें बंद हैं जिनमें अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़ी हैं। हम लगातार निगरानी कर रहे हैं और मशीनों की सहायता से प्राथमिकता के आधार पर मार्गों को खोलने का काम किया जा रहा है। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बनाए रखने के लिए वैकल्पिक मार्गों की भी जांच की जा रही है।