आधुनिक सुविधाओं से लैस 50 सैया महात्मा गांधी अस्पताल क्षेत्रवासियों के लिए वरदान

Update: 2022-02-22 09:56 GMT

 चिनहट। राजधानी लखनऊ के चिनहट क्षेत्र में स्थित 50 सैया महात्मा गांधी अस्पताल एमसीएच विंग अब किसी परिचय का मोहताज नहीं रहा, अस्पताल दिन प्रतिदिन क्षेत्रवासियों को स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं देकर चिनहट क्षेत्र के लाखों की संख्या में निवास करने वाले आम जनमानस में अपनी नई पहचान बना रहा है। प्रायः देखने में आता है की कमजोर तबके के लोग प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ निरंतरता से नहीं उठा पाते इसका एक प्रमुख कारण तमाम सुविधाओं से लैस अस्पतालों का आम जनमानस से दूर होना भी माना जाता है। चिनहट क्षेत्र में खुला सरकारी 50 सैया महात्मा गांधी एमसीएच बिंग अस्पताल आम जनमानस से सरोकार रखता हुआ तमाम मूलभूत सुविधाओं से लैस है। जिसमें लोगों को प्राथमिक उपचार से लेकर तमाम प्राथमिक स्तर की जांच और प्राइवेट सेक्टर में होने वाली तमाम महंगी जांचों से भी निजात दे रहा है। जिससे गरीब और निचले तबके के लोग सहजता से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले पा रहे हैं।

जांच की प्रमुख सुविधाएं

प्रभारी चिकित्सक अधिकारी सुरेश पांडेय से मिली जानकारी के अनुसार

महात्मा गांधी अस्पताल एमसीएच बिंग में आधुनिक सुविधाओं का होना और आमजन के लिए सहज इलाज उपलब्ध होना अपने आप में बहुत बड़ी बात है। अस्पताल में 50 बेड तथा पांच आईसीयू बेड 5 एनआईसीयू बेड सम्मिलित हैं। अस्पताल में डॉट्स सेंटर की उपलब्धता है। तथा लिफ्ट द्वारा चलने फिरने में असमर्थ मरीजों को ले जाने की भी सुविधा है। अस्पताल में प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन सपोर्ट की व्यवस्था है जोकि ऑक्सीजन प्लांट से कनेक्टेड है। विद्युत आपूर्ति ठप हो जाने की स्थिति में भी ऑक्सीजन प्लांट से पूरे अस्पताल को 2 घंटे तक निरंतर सप्लाई की जा सकती है। अस्पताल में और भी सुविधाएं हैं। जिसमें प्रमुख रूप से हिमोग्लोबिन की जांच, शुगर की जांच, मलेरिया की जांच, डेंगू की जांच, एचआईवी की जांच, वायरल मार्कर की जांच, हेपेटाइटिस बी की जांच, हेपेटाइटिस सी की जांच, प्रसव जांच, कोविड-19 जांच से लेकर और कई महत्वपूर्ण जांचें निशुल्क उपलब्ध हैं।

उन्होंने बताया कि अस्पताल में प्रसव नॉर्मल डिलीवरी, गर्भवती महिलाओं तथा शिशुओं का समस्त टीकाकरण , एंटी रैबीज टीकाकरण सहित कोविड-19 वैक्सीनेशन उपलब्ध है।

प्रतिदिन देखे जाते हैं सैकड़ों मरीज दवाओं की रहती है उपलब्धता

प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेश पांडेय के मुताबिक प्रतिदिन 200 से 300 मरीजों को ओपीडी में देखा जाता है। और संभवतः मरीजों को पूरा उपचार देने की प्राथमिकता रहती है। अस्पताल में प्रथम तल पर पैथोलॉजी स्थित है जिसमें कुछ जांच की व्यवस्थाएं हैं। अस्पताल स्टाफ में मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज डॉक्टर सुरेश पांडेय के अलावा, मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर शिवम सिंह, मेडिकल ऑफिसर डॉ नेहा मेहरूफ, डॉ राघवेंद्र सिंह, चीफ फार्मासिस्ट आर टी मिश्रा, फार्मासिस्ट एसवी सिंह, फार्मासिस्ट के सी चौरसिया, व मेडिकल स्टाफ में परमानंद मिश्रा, एस के यादव, आलोक कुमार, देवेंद्र नाथ द्विवेदी, आशीष कुमार राय, स्टाफ नर्स में उमा शुक्ला, किरण सिंह, शशी सिंह, शिव शंकर मिश्रा एक्सरे टेक्निशियन, तथा 40 आउटसोर्सिंग के कर्मचारी भी कार्यरत हैं, जिनमें 12 स्टाफ नर्स, 10 वार्ड बॉय, पांच वार्ड आया, 4 सिक्योरिटी गार्ड, और 4 स्वीपर, सहित वेंटिलटर टेक्नीशियन भी शामिल हैं।

24 घंटे स्टाफ नर्स तथा ऑन कॉल डॉक्टर रहते हैं उपलब्ध

50 सैया एम सी एच बिंग महात्मा गांधी अस्पताल में 24 घंटे स्टाफ की उपलब्धता रहती है जिससे किसी तरह की असुविधा ना उत्पन्न हो यही नहीं ऑन काल डॉक्टर भी उपलब्ध रहते हैं। साथ ही रात्रि में नर्स उपलब्ध रहती हैं। अभी कुछ ही महीनों पहले अस्पताल की शुरुआत हुई है अब आने वाले समय में किस तरह की सुविधाएं उपलब्ध रहती हैं और कर्मचारियों का व्यवहार तथा मेडिकल से जुड़ी मूलभूत सुविधाओं का लाभ आम जनमानस तक सुचारू रूप से कितना पहुंच पाता है यह तो आने वाला समय ही बताएगा। फिलहाल अस्पताल दिन प्रतिदिन नई उपलब्धता को हासिल कर रहा है और आम जनमानस में सुविधाओं के मिलने से लाखों की आबादी के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

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