मंडी: 7 दिन बाद जंजैहली तक पहुंची प्रशासन की टीम, 63 पर्यटक निकाले गए सुरक्षित
8 जुलाई मंडी, हिमाचल प्रदेश: भीषण आपदा के सात दिनों बाद आखिरकार मंडी जिला प्रशासन की टीम सराज घाटी के जंजैहली तक पहुंच पाई है। इससे पहले, जंजैहली तक कोई सड़क कनेक्टिविटी नहीं थी, लेकिन टीमों को पैदल भेजकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था।
रविवार को करसोग से जंजैहली तक वाया शंकरदेहरा सड़क को बहाल करने में सफलता मिली। सड़क बहाल होते ही, यहां फंसे 63 पर्यटकों को सबसे पहले सुरक्षित निकाला गया। इसके बाद, बीते कल डीसी मंडी अपूर्व देवगन जंजैहली पहुंचे और क्षेत्र के हालातों का जायजा लिया। उन्होंने रात भी वहीं बिताई और देर रात तक प्रभावित गांवों में जाकर स्थिति का मूल्यांकन करते रहे।
डीसी देवगन ने जानकारी दी कि जंजैहली क्षेत्र की सात पंचायतों में करीब 100 घरों को नुकसान पहुंचा है। प्रशासन ने प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर उन्हें राहत शिविरों में ठहराया है।
डीसी मंडी ने बताया कि जंजैहली और थुनाग के बीच सड़क काफी ज़्यादा क्षतिग्रस्त हुई है, और कई स्थानों पर पुल बह गए हैं। इस कारण सड़क बहाली में अभी समय लगेगा। उन्होंने बताया कि टूटे हुए पुलों के स्थान पर वेली ब्रिज बनाने की दिशा में विचार चल रहा है।
राहत की बात यह है कि सराज क्षेत्र के अधिकतर स्थानों पर बिजली और पानी की सुविधा बहाल कर दी गई है। हालांकि, संपर्क मार्गों को खोलने में अभी समय लग रहा है, ऐसे में प्रभावित इलाकों तक टीमों के माध्यम से पैदल ही राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। उन्होंने बताया कि सराज में 250 से ज़्यादा लोग इस राहत कार्य में जुटे हुए हैं।