दाण्डी यात्रा के 92वें वर्षगांठ पर यात्रा निकाल गांधी जी को किया गया नमन
बहराइच। नमक कानून तोडने हेतु गाँधी जी के नेतृत्व मे चलाए गये अँग्रेजी हुकूमत के खिलाफ सविनय अवज्ञा आन्दोलन के तहत सावरमती आश्रम से दाण्डी तक 78 अनुयाइयोँ के साथ किए गये पदयात्रा (दाण्डी मार्च) के 92वेँ वर्षगाँठ पर काँग्रेस नेता विनय सिँह की अगुवाई में आजाद हिँद फौज के स्वतँत्रता सँग्राम सेनानी स्वर्गीय गँगाराम तिवारी जी के निजि ग्राम दिगितिपुरवा से गाँधी चबूतरा गँगवल तक दाण्डी मार्च निकालकर गाँधी जी व उनके 78 अनुयाइयोँ को नमन किया गया। इस दौरान काँग्रेस नेता विनय सिँह ने कहा कि 5 मार्च से 6 अप्रैल1930 तक गाँधी जी ने अपने 78 शिष्योँ के साथ अँग्रेजो द्वारा भारतीयोँ पर जबरन थोपे गये नमक कानून को तोडने के लिए नमक सत्याग्रह/सविनय अवज्ञा आन्दोलन के तहत साबरमती आश्रम से दाण्डी समुद्रतट तक 410 किलोमीटर पदयात्रा निकालकर दाण्डी मार्च किया था।जिससे बौखलाकर अँग्रेजी हुकूमत ने 4 मई 1930 को गाँधी जी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। जब 26 जनवरी 1931 को गाँधी जी जेल से रिहा हुए तब उन्होने 5 मार्च 1931 को गाँधी इरविन के मध्य समझौता किया था। जिसे गाँधी-इरविन समझौता के नाम से जाना जाता है। उक्त मार्च मे रमेश चन्द्र मिश्र, इन्द्र कुमार यादव, नरेन्द्र शास्त्री, दुर्गेश सिँह, मिर्जा जहाँगीर बेग, नसीम इदरीशी, शाहिद खान, सुदेश सिँह, सुनील मिश्र, राहुल सिँह, लल्लू चौहान, शिवानँद शुक्ला, अनुज मिश्रा सहित कई लोगोँ ने भाग लिया।