बताया जाता है कि कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी एवं पेंशनर्स अधिकार मंच के आह्वान पर मंगलवार को कर्मचारियों और शिक्षकों ने मोटरसाइकिल जुलूस निकाला। जुलूस रामलीला मैदान से निकलकर शहर का भ्रमण करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा और सभा में तब्दील हो गया। कर्मचारियों ने एडीएम राजेश कुमार को पुरानी पेंशन, कैशलेस चिकित्सा, सातवें वेतन आयोग की वेतन विसंगति को दूर करने सहित सरकार को संबोधित 17 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। कलेक्ट्रेट परिसर में संयुक्त कर्मचारी परिषद की जिला अध्यक्ष सत्या सिंह ने कहा कि सरकार ने कर्मचारियों की जायज मांगे नहीं मानी तो आने वाले चुनाव में गंभीर परिणाम देखने को मिलेंगे ।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि सरकार पुरानी पेंशन बहाल करने, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को नियमित करने, आशा बहू, रसोईया, आंगनबाड़ी सहित सभी संविदा कर्मियों को न्यूनतम 21 हजार मानदेय देने एवं राज्य कर्मचारी घोषित करने की समेत तमाम वादे करती है। लेकिन सत्ता में आने के बाद उसे पूरा नहीं करती। वक्ताओं ने कहा कि जब तक कर्मचारियों की मांग पूरी नहीं हो जाती है यह लड़ाई जारी रहेगी ।अधिकार मंच के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह, महासचिव वेद प्रकाश पांडे, राजेश पांडे आदि ने विचार रखे। इस दौरान सुशील त्रिपाठी, बृजेश सिंह ,अजय मिश्र, ब्रिज बिहारी सिंह, अरविंद गुप्ता, अरविंद राय, राहुल सिंह, पंकज सिंह, जितेंद्र प्रताप सिंह, अशोक यादव, अवधेश कुमार, सुशील कुमार ,वीरेंद्र प्रताप यादव आदि लोगों सहित सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी,शिक्षक, अधिकारी एवं पेंशनर्स उपस्थित रहे।