डेरा सच्चा सौदा के गुरमीत राम रहीम को मिला फरलो

Update: 2022-02-08 12:00 GMT

लंबे समय से जेल काट रहे राम रहीम को 21 दिन का फरलो मिलने से पंजाब और हरियाणा में चर्चाएं शुरू हो गई है।दुष्कर्म के आरोप में सजा भुगत रहे गुरमीत को परिवार से मिलने फरलो के तहत रियायत दी गई है।उनके अनुयायियों के चेहरे खिल उठे है।पंजाब में चुनाव है तब गुरमीत राम रहीम को फरलो पर बाहर निकाला जाना टॉक ऑफ टाउन हो गया है।पंजाब और हरियाणा में चुनावी राजनीति में डेरो की भूमिका रही है।डेरो के अनुयायी चुनाव को प्रभावित करते है।पंजाब में करीब नॉ हजार डेरे है।जिनके समर्थकों की संख्या काफी बड़ी है।दलित और पिछडे वर्गों में गहरी आस्था है।डेरा प्रमुख के इशारे और आदेश पर वोट मिलना गेरंटी होती है।चुनावी मौसम में राजनेताओं का इन डेरो के चक्कर लगाते देखा गया है।हरियाणा के सिरसा जिले में डेरा सच्चा सौदा के राम रहीम और राधा स्वामी और व्यास बड़े डेरे है।

लुधियाना के पास नामधारी सम्प्रदाय, कपूरथला में डेरा बेगोवाल आदि अनेक डेरे है।डेरा सच्चा सौदा का संगरूर,मानसा, फरीदकोट और बठिंडाऔर मुक्तासर में अधिक प्रभाव था।लोग दर्शन के लिए घंटो कतार में खड़े रहते थे।डेरो के प्रमुखों को जेल होने के बाद भक्तों की श्रद्धा डगमगाने लगी थी।सिख धर्म मे डेरो व देहधारी गुरुओं को मनाने की मनाही है।लेकिन चुनावी मौसम में इन डेरो पर राजनेताओं का जमावड़ा होता है।पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल,उप मुख्यमंत्री सुखवीर सिंह बादल व्यास डेरा सुखी बाबा मुरिन्दसिंह से भी मिल चुके है।अरविन्द केजरीवाल, राहुल गांधी,कैप्टन अमरेन्दरसिह आदि ने आशीर्वाद प्राप्त करने लिए डेरे का चक्कर लगा चुके है।सत्संग के दौरान हजारो की संख्या रहती थी।डेरा प्रमुख को सजा होने जे बाद भक्तों की आस्था पर चोट लगी है।भाजपा भी डेरा का चक्कर लगा चुकी थी।हरियाणा में पहली बार भाजपा ने सरकार बनाई थी।जिसके पीछे डेरा प्रमुखों का आशीर्वाद और भक्तों द्वारा मतदान करना मुख्य कारण रहा था ।भाजपा की सरकार बनने के बाद गुरमीत राम रहीम के डेरे की मुलाकात की थी।लेकिन रेप के आरोप में सजा भुगत रहे राम रहीम को 21 दिन का फरलो देना चुनावी गणित का हिस्सा हो सकता है।क्योकि पंजाब में 20 फरवरी को चुनाव की तिथि निश्चित की गई है।21 दिन की अवधि 26 तारीख को पूर्ण होगी।ऐसे में राजनीतिक हल्को में कयास लगाया जा रहा है कि यह बहुत बड़ी रजनौतिक महत्वकांशा है।इनके पास बहुत बड़ा समर्थक वर्ग है।जिससे रजनौतिक फायदा अवश्यम्भावी हो सकता है।

*कांतिलाल मांडोत*

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