दिल्ली में इन दिनों लोगों का दम घुट रहा है। लगातार बढ़ते प्रदूषण और बारिश न होने के कारण स्वच्छ वातावरण की कमी ने हालात और गंभीर बना दिए हैं। दिल्ली-एनसीआर ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तरी भारत में इसी तरह का माहौल देखने को मिल रहा है। ऐसे में प्रदूषण से राहत पाने के लिए बड़ी संख्या में लोग अब देवभूमि हिमाचल प्रदेश की ओर रुख कर रहे हैं।
कोई वीकेंड के बहाने हिमाचल पहुंच रहा है तो कोई क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए पहाड़ों का रुख कर रहा है। दिल्ली से आने वाले पर्यटक खुलकर अपना दर्द बयां कर रहे हैं। दिल्ली निवासी अभिनव, राजेंद्र और आकाश शर्मा का कहना है कि राजधानी में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। यह कोई एक-दो साल की समस्या नहीं, बल्कि वर्षों से चली आ रही परेशानी है, जिसके साथ अब लोग जीने को मजबूर हो चुके हैं।
उन्होंने बताया कि छुट्टियों का मौका मिलते ही दिल्ली से बाहर निकलने की चाह होती है। हिमाचल का साफ-सुथरा वातावरण सभी को आकर्षित करता है और यहां आकर स्वच्छ हवा में छुट्टियां बिताना किसी राहत से कम नहीं है। मंडी जिला के पंडोह डैम के पास स्थित माता बगलामुखी रोपवे पर भी पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।
आरटीडीसी के रेजिडेंट मैनेजर कुश वैद्य ने बताया कि पहले रोजाना 150 से 200 पर्यटक ही रोपवे की सवारी कर रहे थे, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 400 से 500 प्रतिदिन हो गई है। इनमें अधिकांश पर्यटक उत्तरी भारत से आ रहे हैं। क्रिसमस और न्यू ईयर को लेकर हिमाचल प्रदेश के अधिकतर होटलों में एडवांस बुकिंग पहले ही हो चुकी है, जबकि कई होटलों में बुकिंग की प्रक्रिया अभी भी जारी है। हर वर्ष की तरह इस बार भी लाखों सैलानी क्रिसमस और न्यू ईयर का जश्न मनाने के लिए देवभूमि हिमाचल पहुंचने की तैयारी में हैं, जिससे पर्यटन कारोबार में भी अच्छी रौनक देखने को मिल रही है।