आजादी के अमृत अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया के तत्वावधान में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन रैनाथ ब्रह्मदेव स्नातकोत्तर महाविद्यालय सलेमपुर में किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिविल जज (सीनियर डिवीजन)/प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया न्यायाधीश शिवेन्द्र कुमार मिश्र रहें। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने वहॉ उपस्थित समस्त विद्यार्थियों विधिक जानकारियॉ देते हुये जीवन में अनुशासन पर विशेष ध्यान देने की बात बतायी। उन्होंने कहा कि व्यक्ति अनुशासन, कठिन परिश्रम, धैर्य और ईमानदारी के बल पर जीवन में किसी भी लक्ष्य को आसानी से हासिल कर सकता हैं। विद्यार्थी जीवन को मनुष्य के जीवन की आधारशिला बताया गया है, इस समय वह जिन गुणों एवं अवगुणों को अपनाता हैं वहीं आगे चलकर चरित्र का निर्माण करता हैं।
उन्होंने बताया कि एक आदर्श विद्यार्थी वह हैं जो परिश्रम और लगन से अध्ययन करता हैं तथा सद्गुणों को अपनाकर स्वयं का ही नहीं अपितु अपने मॉ-बॉप, विद्यालय, गुरू सहित अपने समाज का नाम ऊॅंचा करता हैं। विद्यार्थी नैतिकता, सत्य व उच्च आदर्शो पर पूर्ण आस्था रखता हैं, वह प्रतिस्पर्धा को उचित मानता हैं परंतु परस्पर ईर्ष्या व द्वेष भाव से दूर रखता हैं। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों को अपने माता-पिता, गुरू और अपने बड़ों के साथ हमेशा ही नम्र व्यवहार करने, अनुशासन और संस्कार के साथ व्यवहार करने की शपथ दिलायी। न्यायाधीश ने कहा कि आज गॉवों में छोटी-मोटी बातों पर लोग आपस में लड़ाई कर ले रहें हैं, उन्हें आप अपने विवके से लड़ाई को समाप्त करने हेतु आमजनमानस को प्रोत्साहित करें, इस दौरान किसी भी तरह की विधिक सहायता की आवश्यकता हो तो वह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवरिया में एक प्रार्थना पत्र देकर निःशुल्क विधिक सहायता प्राप्त कर सकता हैं।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से तहसीलदार सलेमपुर रामाश्रय, नायब तहसीलदार भागीरथ सिंह, कानूनगो महबूब अंसारी, प्रबंधक दीनदयाल मिश्र, एडवोकेट परमानंद, हरीश, अशोक, राकेश व सैकड़ों की संख्या छात्राएं उपस्थित रहीं।