जरवल नगर पंचायत अंतर्गत मोहल्ला तकिया निवासी मुकेश पुत्र राम लखन नेत्रहीन को भी जिलाधिकारी नही दिला सके प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ। अगर पीड़ित लाभार्थी का माने तो जिला के मुखिया के चौखट पर बार-बार विनती करने पर भी गरीब असहाय नेत्रहीन मुकेश का सपनों का सपना ही रह गया। वह मोहल्ले के एक छोटे से मंदिर में पुजारी का काम कर रहे हैं। मंदिर में चढ रहे चढ़ावा से किसी तरह गुजारा कर रहे हैं। दोनों आंखों से नेत्रहीन होने के कारण वह कोई कार्य भी नहीं कर सकते कि जिससे उसका जीवन यापन चल सके। वह अपना भरण-पोषण तो कर नहीं पा रहा है। जबकि घर में उसकी बूढ़ी मां तथा 10 वर्षीय एक लड़की भी है।
किसी तरह से दो टाइम की रोटी बड़ी मुश्किल से मिल रही है। रहने के लिए फूस का मकान था जो अब जर्जर होकर गिर रहा है। रहने के लिए आवास नहीं है। पुजारी मुकेश आवास के लिए दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। लेकिन अधिकारियों व नगर पंचायत जरवल प्रशासन को माननीय मुख्यमंत्री जी का कोई खौफ नहीं दिखाई पड़ता और न ही उनपर किसी की कोई दयालुता दिखाई देती कि वह एक गरीब को रहने के लिए आवास दे सकें। गरीब मुकेश ने जिलाधिकारी बहराइच को पत्र भेजकर आवास दिलाने की मांग की है।