पशु चिकित्सा फार्मासिस्ट संघ ने संवर्ग की मांगों पर गठित कमेटी की संस्तुतियों पर की कार्रवाई करने की मांग
पशु चिकित्सा फार्मासिस्ट संघ ने दिनांक 7 सितंबर 2021 के आंदोलन को विशेष सचिव व पशुधन के इस निर्देश पर अस्थाई रूप से स्थगित किया था की लंबित मांगों पर निर्णय हेतु निदेशालय स्तर पर 5 सदस्यीय कमेटी का गठन कर समयबद्ध निस्तारण किया जाएगा। गठित कमेटी ने अपना निर्णय दे दिया है और पशु चिकित्सा फार्मासिस्ट संघ की कई मांगों को पूरा करने की संस्तुति की है लेकिन कमेटी द्वारा जिस मांग पर सहमति जताई गई है उसके क्रियान्वयन के लिए आवश्यक प्रस्ताव निदेशालय से शासन को नही भेजा जा रहा है। इस विषय पर संघ के पदाधिकारियों की बैठक राजकीय पशु चिकित्सालय पर हुई।
बैठक के पश्चात संघ के अध्यक्ष पंकज शर्मा और प्रांतीय महामंत्री शारिक हसन खान व मलिहाबाद में कार्यरत फार्मासिस्ट डॉक्टर बृजेश कुमार ( जिला कोषाध्यक्ष ) ने स्वतंत्र भारत को बताया कि इस विषय पर संघ द्वारा विशेष सचिव पशुधन उत्तर प्रदेश शासन व निदेशक पशुपालन विभाग उत्तर प्रदेश के साथ-साथ प्रमुख सचिव पशुधन उत्तर प्रदेश शासन , पशुधन मंत्री जी एवं मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार से पत्राचार किया गया है। गठित कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद भी निदेशालय द्वारा प्रस्ताव शासन को नहीं भेजे जा रहे हैं जिससे संघ के सदस्यों में आक्रोश व्याप्त है विभाग द्वारा यदि पूर्व की भांति टालमटोल का रवैया अपनाया गया और अनावश्यक विलंब किया गया तो संघ पुनः आंदोलन के लिए मजबूर होगा। संघ के अध्यक्ष पंकज शर्मा व महामंत्री श्री शारिक हसन द्वारा जारी संयुक्त वक्तव्य में यह भी बताया गया है कि निर्णय लेने के लिए गठित 5 सदस्य कमेटी द्वारा संघ के पदाधिकारियों से कोई बैठक नहीं किया गया है जिससे निर्णयों में कुछ विसंगतियां सामने आयी हैं।
इसके निराकरण के लिए भी पत्राचार किया गया है तथा मांग किया गया है कि गठित कमेटी द्वारा संघ के पदाधिकारी अध्यक्ष महामंत्री के साथ एक बैठक अवश्य किया जाए। तथा संघ के पदाधिकारियों द्वारा यह मांग की गई है कि गठित कमेटी की संस्तुतियों पर जल्द से जल्द शासन द्वारा निर्णय लिया जाए और मांगों को पूरा करने के पर आदेश निर्गत किए जाएं।