कृषि कानून को लेकर गतिरोध बरकरार है कृषि बिल को वापस न लेने से पंचायतो का दौर जारी है | हर महापंचायत में राजनीतिक दल बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हुए नजर आ रहे हैं। महापंचायत शामली के भैंसवाल गांव में रखी थी, जिसका आयोजन RLD के नेताओं ने किया था। आप को बता दे की प्रशासन ने इजाजत नहीं दी थी, नेताओं ने किसानों के नाम पर महापंचायत की। इतना ही नहीं भैंसवाल गांव में चल रही महापंचायत में RLD, सपा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ किसान भी शामिल हुए।
आरएलडी के नेताओं ने महापंचायत की अध्यक्षता की। इस महापंचायत में मुख्य अतिथि के तौर पर आरएलडी के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने शिरकत की उन्होंने कहा की हम किसानो के साथ हर दम खड़े है । उन्हे उसके लिए जो भी कुर्बानी देनी पड़ेगी वो वे देंगे। आरएलडी किसानों के इस आंदोलन में हर कदम पर साथ खड़ी हुई है।
कार्यकर्ताओं को क्या निर्देश दिए गए, आरएलडी के नेताओं ने बताया कि मंच से जो भी जयंत चौधरी ने उन्हें निर्देश दिए हैं, उसका वह शत-प्रतिशत पालन करेंगे।राकेश टिकैत ने जो 6 फरवरी को यूपी और उत्तराखंड में चक्का जाम न करने का आह्वान किया है, उसका भी पालन किया जाएगा. क्योंकि आरएलडी किसानों के हर फैसले में उनके साथ खड़ी हुई है, फिर वह चाहे चक्का जाम करना हो या फिर चक्का जाम ना करना हो.जब तक सरकार इन कानूनों को वापस नहीं लेती, हमारा धरना प्रदर्शन इसी तरह से जारी रहेगा और समय-समय पर जो हमारे नेता हमें निर्देश देंगे हम उसकापूरी तरह से पालन करेंगे |
अदिती गुप्ता