8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर विशेष टीकाकरण होगा। सभी जिलों में 3 केंद्रों पर महिलाओं का वैक्सीनेशन होगा। सुबह 9 से शाम 5 बजे तक ये अभियान चलेगा। 9 से 11 बजे तक प्री पंजीकरण कराने वालों को टीका लगाया जाएगा।
इस दिन सिर्फ महिलाओं को ही टीका लगाया जाएगा। इसके लिए तीन केंद्र चुने जाएंगे। 60 साल से अधिक आयु वाली महिलाओं को टीका लगाया जाएगा। प्रत्येक सेंटर पर सौ महिलाओं को टीका लगेगा। अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि टीकाकरण के लिए केंद्र पर आने वालों को लौटाया नहीं जाएगा।
क्यों मनाया जाता है महिला दिवस
हर वर्ष विश्व भर में 8 मार्च को "अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस" मनाया जाता है। यह दिन महिलाओं के अधिकारों के लिए आंदोलन का प्रतीक है, और इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य भी महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देना है।
हर वर्ष इस दिन के लिए एक अलग थीम होती है इस वर्ष के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2021 की थीम "Women in leadership: Achieving an equal future in a COVID-19 world" (महिला नेतृत्व: COVID-19 की दुनिया में एक समान भविष्य को प्राप्त करना) रखी गयी है।
महिला दिवस का उद्देश्य
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य महिलाओं और पुरुषों में समानता बनाने के लिए जागरूकता लाना है। आज भी कई देशों में महिलाओं को समानता का अधिकार प्राप्त नहीं है। महिलाएं शिक्षा और स्वास्थ्य की दृष्टि से पिछड़ी हुई है। साथ ही महिलाओं के प्रति हिंसा के मामले भी सामने आते रहते हैं। नौकरी में जहां महिलाओं को पदोन्नति में बाधाओं का सामना करना पड़ता है। उन्नस्वी शताब्दी में महिला दिवस की शुरुआत हुई थी, तब महिलाओं ने मतदान का अधिकार प्राप्त हुआ था।
महिला दिवस को इस बार यादगार बनाने की तैयारी स्वास्थ्य विभाग ने की है। ग्रामीण इलाके में इंटरनेट की समस्या होने पर संबंधित लाभार्थी की फोटो लेकर टीकाकरण किया जाएगा। जब इंटरनेट कनेक्टिविटी होगी तो डाटा अपलोड किया जाएगा। इसकी तैयारी में विभाग जुटा है। साथ ही केंद्रों पर महिला कर्मचारियों को ही तैनात करने की तैयारी भी की गई है। स्वास्थ्य से लेकर सुरक्षा तक का जिम्मा महिलाओं पर होगा। इस दिन तीन सौ महिलाओं को टीका लगाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पहले सरकारी के साथ ही निजी अस्पतालों में भी मुफ्त में टीका लग रहा था। पर, अब निजी अस्पताल में इसके लिए 250 रुपये लिए जा रहे हैं। ऐसे में शासन ने तय किया है कि जिन लोगों को पहली डोज मुफ्त में दी गई है, उन्हें दूसरी भी डोज मुफ्त मे दी जाएगी। सिर्फ उनका अस्पताल बदल दिया जाएगा।
अराधना मौर्या