लखनऊ नगर निगम का कार्य सफाई के साथ-साथ संक्रमितों का सैनिटाइजेशन तथा अंतिम संस्कार करना भी होगा.....
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोनावायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसके बाद हालत कुछ ऐसी हो गई है कि अस्पताल के बाहर ही लोगों को ऑक्सीजन लगाना पड़ रहा है। यदि बीते मंगलवार की बात करें तो एक अच्छी खबर सामने आती है क्योंकि मंगलवार को करीब तीन हजार से ज्यादा मरीज लखनऊ में रिकवर होकर अपने घर लौटे हैं। वहीं 2000 केस अस्पतालों में आए हैं। सफाई ना होने की शिकायत और सैनिटाइजेशन की कमी लगभग शहर के हर इलाके के निवासी कर रहे हैं। लोगों की शिकायतों के अनुसार किसी घर में कोरोनावायरस मरीज मिलने के बावजूद सैनिटाइजेशन का काम नहीं हो रहा है। इसी के साथ तमाम लोगों ने इलाज ना मिलने तथा कोरोना संक्रमण की जांच ना होने की शिकायत भी दर्ज करवाई।
आपको बता दें कि नगर आयुक्त ने लोगों को बताया कि नगर निगम का काम सफाई करने के साथ-साथ संक्रमित इलाके में सैनिटाइजेशन करना और कोविड-19 से संक्रमित लोगों के शवों का अंतिम संस्कार करना भी है। उन्होंने कहा कि इलाज से लेकर एंबुलेंस और संक्रमण की जांच के लिए अलग-अलग कंट्रोल रूम बनाया गया है।उन्होंने बताया कि किस तरह से लोग नगर निगम के पास सैनिटाइजेशन और सफाई करवाने के लिए नहीं बल्कि इलाज और एंबुलेंस मंगवा रहे हैं, जिसके कारण ही उनकी समस्याओं का हल नहीं हो पा रहा है।
नगर आयुक्त अध्यक्ष ने शाम बताया कि नगर निगम का कार्य सफाई और सैनिटाइजेशन से लेकर संक्रमितों के शवों का अंतिम संस्कार तक करना है। परंतु लगभग सभी लोग इलाज के लिए ही नगर निगम के पास फोन कर रहे हैं जिसका जमा उनके हाथ में है नहीं है। इसी के साथ उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि आप इस प्रकार की किसी भी शिकायत को कंट्रोल रूम में दर्ज करिए और हम इस पर तुरंत कार्यवाही करेंगे। तथा उन्होंने लोगों से परेशान ना होने की अपील करके संयम बनाए रखने को कहा।
नेहा शाह