ऑक्सीजन लेवल कम होने की वजह से लखनऊ में 90% मरीजों की जा रही जान, एक्सपर्ट्स ने कही ये बात.
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वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर भारत के लिए बेहद भयानक साबित हो रही है। भारत के कुछ राज्यों की बात करें तो उत्तर प्रदेश समेत महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ सबसे ज्यादा प्रभावित दिख रहे हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में संक्रमितो के आंकड़े बेहद चिंताजनक है। राजधानी में लगातार 8000 की दर से रोजाना संक्रमित मिल रहे हैं। इस बीच गृह स्वास्थ्य मंत्री व डीएम ने पत्र लिखकर प्रशासन को चिंता जताई है।
आपको बता दें कि अधिकतर ऑक्सीजन लेवल कम होने की वजह से मरीजों की जान जा रही है आपको बता दें कि ऐसे कई मरीज की जान गई हैं, जिन्होंने कोविड-19 भी नहीं करवाया तथा उनमें किसी प्रकार के लक्षण नहीं दिखे। प्राइवेट अस्पताल में भर्ती होने वाले 80% पेशेंट में ऑक्सीजन लेवल गिरने की बात सामने आ रही है। एक्सपर्ट की सलाह मानें तो उन्होंने कहा है कि रिपोर्ट भले ही नेगेटिव परंतु कोरोना के लक्षण दिखे तो कोरोना का ही ट्रीटमेंट लेना चाहिए।
बातें भी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की करें तो लखनऊ के अलीगंज में रहने वाले 65 वर्षीय रामकुमार टंडन का कुछ दिन पहले कोविड-19 टेस्ट हुआ लेकिन रिपोर्ट अभी नहीं आई थी।
इन 2 दिनों में उनका ऑक्सीजन लेवल लगातार कम होता गया जिससे सोमवार को उनकी मृत्यु हो गई। राजधानी लखनऊ में 90% मरीजों की मृत्यु ऑक्सीजन लेवल कम होने की वजह से हो रही है। अस्पतालों का कहना है कि जिन की बॉडी में ऑक्सीजन लगाई बेहद कम है ऐसे लोग 90% कोविड-19 सीरियस स्टेज पर है।
नेहा शाह