मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा-UP में चुनाव टालने का फैसला जायजा लेने के बाद
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा-UP में चुनाव टालने का फैसला जायजा लेने के बाद
इलाहाबाद हाईकोर्ट की यूपी में विधानसभा चुनाव टालने की सलाह पर शुक्रवार को मुख्य चुनाव आयुक्त की प्रतिक्रिया आई है। दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि सुशील चंद्रा ने कहा कि वो अगले सप्ताह स्थिति का जायजा लेने के लिए यूपी जा रहे हैं। इसके बाद हालातों का जायजा लेंगे। समीक्षा के बाद चुनाव होगा या नहीं इस पर फैसला लेंगे।
फिलहाल, आयोग कोरोना से निपटने के लिए सारी तैयारियां कर चुका है। बता दें कि यूपी में कोरोना के 266 एक्टिव केस हो गए हैं। ऐसे में 4 महीने बाद योगी सरकार ने 25 दिसंबर यानी शनिवार से यूपी में नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया है।
हाईकोर्ट ने की पीएम और चुनाव आयोग से की थी अपील
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इलेक्शन कमीशन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को टालने की सलाह गुरुवार को दी थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस शेखर कुमार यादव ने कहा था, 'UP में होने वाले विधानसभा चुनाव में कोरोना की तीसरी लहर से जनता को बचाने के लिए चुनाव आयोग राजनीतिक पार्टियों की चुनावी रैलियों पर रोक लगाए। उनसे कहा जाए कि वे चुनाव प्रचार टीवी और समाचार पत्रों के माध्यम से करें। प्रधानमंत्री चुनाव टालने पर भी विचार करें। संभव हो तो फरवरी में होने वाले चुनाव को भी एक-दो महीने के लिए टाल दें। क्योंकि जान है तो जहान है।'
हाईकोर्ट ने और क्या-क्या कहा था-
ग्राम पंचायत चुनाव और बंगाल विधानसभा चुनाव ने काफी लोगों को संक्रमित किया। इससे लोग मौत के मुंह में गए।
अब फिर से UP में विधानसभा चुनाव निकट है। इसके लिए सभी पार्टियां रैली, सभाएं करके लाखों की भीड़ जुटा रही हैं।
रैलियों में किसी भी प्रकार से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना संभव नहीं है।
इसे समय रहते नहीं रोका गया तो स्थिति दूसरी लहर से ज्यादा भयावह होगी।
चुनाव आयुक्त से अनुरोध है कि इस प्रकार की रैली और सभाओं पर तत्काल रोक लगाए।
जीवन रहेगा तो चुनावी रैलियां, सभाएं आगे भी होती रहेंगी।