अदालत के बाहर नाबालिग बेटी के बलात्कार के आरोपी की पूर्व सैनिक ने हत्या की
अदालत के बाहर नाबालिग बेटी के बलात्कार के आरोपी की पूर्व सैनिक ने हत्या की
आरोप है कि गोरखपुर ज़िले की एक अदालत के गेट के सामने सेवानिवृत्त जवान भागवत निषाद ने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से दिलशाद नामक व्यक्ति के सिर में गोली मार दी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि मृतक बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला था और वह एक मामले के लिए अदालत में आया था। उन्होंने बताया कि घटना के बाद गेट पर मौजूद दो सुरक्षा गार्डों और वाहन स्टैंड प्रबंधक ने हमलावर को दबोच लिया। हमलावर की पहचान नाबालिग लड़की के 52 वर्षीय पिता भागवत निषाद के रूप में हुई है, जो सेना के जवान रह चुके हैं। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर हत्या में इस्तेमाल हथियार को जब्त कर लिया है।
कैंट पुलिस ने बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे 25 वर्षीय आरोपी दिलशाद हुसैन नामक व्यक्ति अपने वकील शंकर शरण शुक्ला के बुलावे पर अदालत के गेट पर पहुंचा। पुलिस के अनुसार, वकील के पहुंचने से पहले ही भागवत निषाद नाम के एक व्यक्ति ने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से दिलशाद के सिर में गोली मार दी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने सेवानिवृत्त जवान भागवत निषाद, पुत्र नंदलाल निषाद को हिरासत में लिया है, लेकिन अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। पुलिस ने बताया कि मृतक दिलशाद हुसैन गोरखपुर के बड़हलगंज के पटनाघाट तिराहा स्थित बीएसएफ के सेवानिवृत्त जवान भागवत निषाद के घर के सामने पंक्चर की दुकान चलाता था।
उन्होंने बताया कि भागवत गोरखपुर के बड़हलगंज क्षेत्र के महराजगंज गांव के रहने वाले हैं। 12 फरवरी, 2020 को दिलशाद ने कथित तौर पर उनकी 16 वर्ष की नाबालिग बेटी का अपहरण कर लिया था और इसके बाद 17 फरवरी को भागवत ने बलात्कार का मामला दर्ज करवाया था। उन्होंने बताया कि 12 मार्च, 2021 को पुलिस ने हैदराबाद में दिलशाद को गिरफ्तार किया और नाबालिग लड़की को छुड़ाया। पुलिस ने दिलशाद को जेल भेज दिया था, जो दो महीने पहले जमानत पर जेल से छूटा था।
इस बीच अखिल कुमार ने बताया कि इस बात की जांच कराई जाएगी कि सेवानिवृत्त जवान हथियार लेकर अदालत परिसर में कैसे घुसा और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी को हथियार के साथ पकड़ा गया है।