जब मधुलिका मिश्रा के पिता को पता चला की उसकी बेटी जो पढ़ रही है उसके दिल के दोनों वाल्व ख़राब है तो पुरे परिवार के लिए दुःख की बेला आ गयी थी \ इलाज के लिए मेदंता में पूरा खर्च करीब दस लाख आ रहा था \
अब उनके पास इतना पैसा नही था की वो बेटी का इलाज करवाते तो उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा और अपनी बात बताई \ मुख्यमंत्री ने तत्काल मेदंता के पुरे खर्चे को अपने सरकार की तरफ से देने के लिए स्वीकृत कर दिया \
योगी की ये कारवाई न सिर्फ उस परिवार के लिए खुशिया ले कर आई बल्कि हर गरीब को इस बात की आश जग गयी है कि मुख्यमंत्री मुसीबत में उनकी भी मदद करेंगे \ ये सरकार का एक अच्छा कदम है पर कोशिश ये की जानी चाहिए की हर गरीब का बिना मदद मांगे फ्री इलाज हो जाए \