बैंक शाखाओं व स्थानीय थानों के बीच प्रभावी समन्वय को सुदृढ़ किये जाने पर भी दिया गया विशेष बल
बैंको की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़, चुस्त-दुरूस्त व उच्च स्तर की बनाये जाने के लिए वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा जीरो टालरेंस की नीति के तहत कार्य किया जा रहा है। इसके तहत सभी बैंको को यह निर्देश दिये गये है कि वे मानक के अनुसार अपने बैंक शाखाओं में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करे। साथ ही इण्टरनेट बैकिंग को और अधिक बेहतर बनाये जाने की सुविधा पर भी बल दिया।
प्रमुख सचिव, गृह श्री संजय प्रसाद की अध्यक्षता में आज गोमती नगर स्थित भारतीय रिजर्व बैंक में बैंको की सुरक्षा के सम्बन्ध में गठित ''राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति की 29वी बैठक'' में उक्त जानकारी दी गयी।
श्री प्रसाद ने कहा कि बैंको की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किये जाने के लिये सर्विलांस सिस्टम व डाटा स्टोरेज को और प्रभावी बनाये जाने की आवश्यकता है। सभी ब्रांचो, करेंसी चेस्ट व एटीएम शाखाओं में सीसीटीवी की पुख्ता व्यवस्था अनिवार्य रूप से किया जाये। बैंकों में लगाये सुरक्षा के उपकरणों एलार्म, सायरन आदि की नियमित रूप से जांच की जानी चाहिए।
बैंक व करेन्सी चेस्ट में आग से सुरक्षा हेतु समुचित प्रबन्ध किये जाने के सम्बन्ध में फायर आडिट में निर्धारित मानको को पूरा करने पर भी विस्तार से चर्चा की गई। सभी बैंकों में आग से बचाव हेतु पर्याप्त प्रबन्ध किये जाने तथा उसका अनिवार्य रूप से फायर ऑडिट कराया जाने के निर्देश दिये गये है। समय समय पर बैंक व अग्निशमन विभाग के अधिकारियो द्वारा इसकी निगरानी भी की जायेगी। जाली मुद्रा के प्रचलन पर सख्ती से रोकथाम के लिये सम्बन्धित कोे निर्देश दिये गये है।
बैंकों की करैंसी चेस्ट में उपयोग की जाने वाली नगदी के सुरक्षित आवागमन विशेषकर उसे दूसरे राज्यों में लाने ले जाने से जुड़े सुरक्षा से सम्बन्धित विभिन्न बिन्दुओं पर भी विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। करैंसी-चेस्ट एवं ए0टी0एम0 की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाये जाने पर भी विचार विमर्श किया गया। बैंक शाखाओं व स्थानीय थानों के बीच प्रभावी समन्वय को सुदृढ़ किये जाने पर भी विशेष बल दिया गया।
बैठक में गृह, सचिव, श्री बी0डी0 पाल्सन, रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया लखनऊ के क्षेत्रीय निदेशक डा0 बालू केनचप्पा व कानपुर रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया के क्षेत्रीय निदेशक डा0 इशान शुक्ला, राज्य में कार्यरत प्रमुख बैंकों के प्रतिनिधियों के अलावा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों आदि ने भाग लिया।