भारतीय रेल ने ट्रेनों के लिए लॉन्च किया हाई-टेक वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम
भारतीय रेलवे की ओर से यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए एडवांस वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम को लॉन्च किया गया है। इस सिस्टम को ट्रायल आधार पर ब्रह्मपुत्र मेल एक्सप्रेस में लगाया गया है।
इस नए एडवांस सिस्टम को लगाने का उद्देश्य लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों के लिए पानी की उपलब्धता को सुनिश्चित करना है।
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के मुख्य पब्लिक रिलेशन ऑफिसर (सीपीआरओ) कपिंजल किशोर शर्मा ने कहा कि कामाख्या रेलवे स्टेशन पर ब्रह्मपुत्र मेल एक्सप्रेस के एक रेक में पायलट प्रोजेक्ट के तहत रियल टाइम वाटर मॉनिटरिंग सिस्टम 'वाटर लेवल इंडिकेटर' लगाया गया है।
अगर यह पायलट प्रोजेक्ट सफल हो जाता है तो इसे आने वाले समय में अन्य ट्रेनों में भी लगाया जाएगा। इससे ट्रेन यात्रा के दौरान पानी का प्रभावी तरीके से प्रबंधन किया जा सकेगा।
इस एडवांस सॉल्यूशन के माध्यम से आसानी से ट्रेन के डिब्बों में मौजूद पानी की उपलब्धता का पता लगाया जा सकता है। इसमें एलओआरए और जीपीआरएस आधारित टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। इसकी रेंज भी अधिक है और यह कम पावर का इस्तेमाल करते हुए डेटा ट्रांसमिट कर सकता है, जो कि रिमोट लोकेशन के लिए काफी उपयोगी है।
इस सिस्टम के माध्यम से आसानी से रियल-टाइम डेटा प्राप्त किया जा सकेगा। इसका सेंसर पानी के स्तर को 0.5 प्रतिशत की सटीकता के साथ एक से पांच मीटर के बीच नापता है।
एनएफआर के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में कामाख्या रेलवे स्टेशन पर इस नए इनिशिएटिव की शुरुआत की गई है। यह गुवाहाटी में गुवाहाटी रेलवे स्टेशन के बाद दूसरा सबसे बड़ा स्टेशन है।
शर्मा ने आगे कहा कि ब्रह्मपुत्र मेल एक्सप्रेस पर लोगों की यात्रा पहले के मुकाबले अधिक आरामदायक होगी और पूरी ट्रिप के दौरान पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकेगी।