जमानत के लिए एस .सी .की फटकार के बाद सिसोदिया का निचली अदालत पर दस्तक,केजरीवाल ने कामकाज पहले की गति से चलने की दी सलाह
देश कि राजधानी दिल्ली की एक अदालत आज पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई करेगी। सिसोदिया ने एक्साइज पॉलिसी से जुड़े कथित भ्रष्टाचार के मामले में जमानत के लिए राउज एवेन्यू कोर्ट में अर्जी दी है। सिसोदिया की 5 दिन की सीबीआई रिमांड जो आज (4 मार्च) शनिवार को खत्म हो रही है। उन्हें सीबीआई ने 26 फरवरी को गिरफ्तार कर 27 फरवरी को अदालत में पेश किया था।28 फरवरी की सुबह कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सिसोदिया की गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की।
उन्होंने कोर्ट से मामले पर फौरन सुनवाई की अपील की, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था। गिरफ्तारी के बाद सिसोदिया ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इस बीच, दिल्ली के स्कूली बच्चों के सिसोदिया के समर्थन में पोस्टर बनाने पर राजनीति हो रही है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी जबरन बच्चों से ऐसा करवा रही है।
दिल्ली में 9 साल से सरकार चला रही आम आदमी पार्टी (आप) अपने सबसे 'बड़े संकट' का सामना कर रही है। भ्रष्टाचारा विरोधी आंदोलन की कोख से जन्मी पार्टी के दूसरे सबसे बड़े नेता मनीष सिसोदिया के शराब घोटाले में गिरफ्तार होने के बाद विपक्ष हमलावर है।
कट्टर ईमानदारी' को अपनी विचारधारा बताने वाले पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल से तीखे सवाल पूछे जा रहे हैं तो राजनीतिक विश्लेषक भी मानते हैं कि 'आप' के लिए अपनी साख बचाना अभी बड़ी चुनौती है। हालांकि, इस बीच आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने साफ कर दिया है कि वह हार मानने वाले नहीं हैं। उन्होंने सरकार के कामकाज से लेकर पार्टी के विस्तार प्लान तक पर पहले की तरह बढ़ते रहने की बात कही है।
मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के बाद केजरीवाल कैबिनेट में फेरबदल होने जा रहा है। सौरभ भारद्वाज और आतिशी मार्लेना को मंत्री बनाने का प्रस्ताव एलजी को भेजा गया है। केजरीवाल ने भरोसा जाहिर किया है कि दोनों काबिल और पढ़े लिखे हैं। वे मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के काम को और अधिक तेजी के साथ बढ़ाएंगे। केजरीवाल ने यह भी कहा कि उनकी सरकार के कामकाज पर कोई बुरा असर नहीं होने जा रहा है, बल्कि गति और बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि उनकी सरकार पहले 80 की गति से बढ़ रही थी तो अब 150 की स्पीड से काम किया जाएगा।
CBI ने दिल्ली की अदालत को बताया था कि सिसोदिया पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। वे हर सवाल का गोलमोल जवाब दे रहे हैं, इसलिए उनकी 5 दिन की रिमांड चाहिए। सिसोदिया के वकील ने इसका विरोध किया था। उनका तर्क था कि एक डिप्टी CM को रिमांड पर भेजने से गलत मैसेज जाएगा।
(प्रियांशु )