बद्दी में दर्दनाक हादसा: मजदूरों से भरी पिकअप पलटी, 14 गंभीर रूप से घायल, पीजीआई रेफर
हिमाचल प्रदेश के बद्दी के रोहताँवाला क्षेत्र में बुधवार शाम एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक निजी कंपनी के 20 से 25 मजदूर घायल हो गए। यह दुर्घटना उस समय घटी जब मजदूरों को कंपनी से उनके घर मानपुरा ले जा रही एक पिकअप गाड़ी इच्छाधारी मंदिर के पास एक मोड़ पर अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसा लगभग 6:30 बजे हुआ और पिकअप में लड़कियां व महिलाएं भी सवार थीं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पिकअप तेज गति से मोड़ काट रही थी, जिसके कारण चालक वाहन पर नियंत्रण खो बैठा और गाड़ी पलट गई। हादसे में घायल सभी मजदूरों को तत्काल बद्दी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद 16 मजदूरों की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें नालागढ़ अस्पताल रेफर कर दिया गया।
नालागढ़ अस्पताल के डॉक्टर सहयोग गुप्ता ने बताया कि रेफर किए गए 16 मजदूरों में से 14 की हालत अत्यंत गंभीर थी, जिनमें महिलाएं और लड़कियां शामिल थीं। इन 14 मजदूरों को बेहतर इलाज के लिए पीजीआई चंडीगढ़ भेज दिया गया है, जबकि दो अन्य मजदूरों का इलाज नालागढ़ अस्पताल में ही चल रहा है। डॉक्टर गुप्ता ने यह भी पुष्टि की कि पीजीआई रेफर किए गए मजदूरों में से तीन की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है।
इस दर्दनाक हादसे ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं। जानकारी के अनुसार, यह पिकअप रोजाना मजदूरों को कंपनी से घर और घर से कंपनी लाने-ले जाने के लिए इस्तेमाल की जाती थी, जबकि पिकअप में सवारियां ढोना नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। चौंकाने वाली बात यह है कि यह वाहन मानपुरा पुलिस स्टेशन के सामने से नियमित रूप से गुजरता था, लेकिन पुलिस द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पुलिस हेलमेट न पहनने वालों के खिलाफ तो तुरंत चालान करती है, लेकिन इस प्रकार के अवैध रूप से सवारियां ढोने वाले वाहनों पर कोई ध्यान नहीं देती।
इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और प्रशासनिक लापरवाही के ज्वलंत मुद्दे को उजागर किया है। लोगों का मानना है कि यदि पुलिस समय रहते ऐसे गैरकानूनी वाहनों पर कार्रवाई करती, तो शायद इस दुर्घटना को टाला जा सकता था। मजदूरों के परिवारों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश और चिंता व्याप्त है। वे कंपनी और ठेकेदार की लापरवाही को भी इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
फिलहाल, पुलिस ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच शुरू कर दी है और पिकअप चालक के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है। घायल मजदूरों के परिजन और स्थानीय समुदाय इस मामले में कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी हृदयविदारक घटनाओं को रोका जा सके। यह घटना एक बार फिर मजदूरों की सुरक्षा और सड़क नियमों के अनुपालन की अनिवार्यता पर गंभीर सवाल उठाती है, और यह जिम्मेदारी किसकी है, इस पर भी विचार करने को मजबूर करती है।